खुद की सुरक्षा के लिए वन्यजीवों का संरक्षण कैसे है ज़रूरी?

वन्यजीवों का संरक्षण हमारे जीवन और पर्यावरण के लिए बहुत ज़रूरी है। यह प्रकृति के संतुलन को बनाए रखता हैऔर पानी, हवा और जंगलों को सुरक्षित रखने में भी मदद करता है।

हमें यह समझना होगा कि प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाए बिना हमारा अस्तित्व असंभव है। हम सब एक पर्यावरण में रहते हैं और एक दूसरे पर निर्भर करते हैं। वन्याजीवों से हमें साफ हवामिलतीहै, बाढ़ और सूखे जैसे प्राकृतिक आपदाओं से बचाव मिलता है। वन्यजीवन पारिस्थितिकीतंत्र(Ecosystem) का संतुलन बनाये रखने में मददगार होते हैं। वनों में रहने वाली हर प्रजाति अपना अलग महत्त्व रखती है। वनों की लकड़ी बहुत से उद्योगों के काम आती है, जिससे बहुत से लोगों की रोज़ी रोटी चलती है। इसलिए, हमें वन्यजीव संरक्षण को प्राथमिकता बना लेना चाहिए।इसी दिन की विशेषता और महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने करने के लिए विश्व वन्यजीव संरक्षण दिवस(World Wildlife Conservation Day)मनाया जाता है।

तो चलिए विश्व वन्यजीव संरक्षण दिवसके अवसर पर वन्यजीव संरक्षण के महत्व को और अच्छे से समझते हैं और जानते हैं कि खुद की सुरक्षा के लिए वन्यजीवों का संरक्षण क्यों ज़रूरी है?

जानें, वन्यजीव संरक्षण का महत्त्व (Jaanein vanyajeev sanrakshan ka mahatva)

वन्यजीवों का संरक्षण हमारे जीवन और पर्यावरण के लिए बहुत ज़रूरी है। यह प्रकृति के संतुलन को बनाए रखता हैऔर पानी, हवा और जंगलों को सुरक्षित रखने में भी मदद करता है। मरे हुए जंगली जानवरों से निकालने वाली गैस बहुत सी बीमारियों की वजह बन सकती है, जिससेहमारे स्वास्थ्य (Wellbeing)को बहुत बड़ा खतरा हो सकता है। लेकिन,जब दूसरे जानवर उन मरे हुए जानवरों को खा लेते हैं तो इससे हमारा पारिस्थितिकीतंत्रका बैलेंस बना रहता है। इसलिए जंगलों का होना और उनमें जानवरों का होना बहुत ज़रूरी है।

साथ ही, वन्य-जीवन हमारी खेती, पर्यटन और जीवनयापन के लिए भी ज़रूरी है। इसलिए, वन्यजीवों को बचाना हमारे खुद के भले के लिए ज़रूरी है। उम्मीद है अब आप वन्यजीव संरक्षण का महत्त्व समझ गये होंगे।तो आगे जानते हैं वन्यजीवसंरक्षण के और भी फायदे।

मानव अस्तित्व के लिए वन्यजीव संरक्षण है ज़रूरी(Manav astitva ke liye vanyajeev sanrakshan hai zaroori)

वन्यजीवों का संरक्षण केवल पर्यावरण के संतुलन के लिए ही नहीं, बल्कि हमारी खुद की सुरक्षा और अस्तित्व के लिए भी बहुत ज़रूरी है। आइए जानते हैं कैसे।

हम एक दूसरे पर निर्भर हैं 

वन्यजीव भी हमारे पारिस्थितिकी तंत्र का खास हिस्सा हैं, और पर्यावरण में सांस लेने वाला हर जीव एक दूसरे पर निर्भर हैं। ऐसे में अगर किसी एक प्रजाति का अंत होता है, तो इसका असर पूरे चक्र पर पड़ता है। जैसे- वन कम होते होंगे तो जंगली जानवर आबादी वाले हिस्सों में घुस आएंगे और मानव जाति के लिए खतरा बन जायेंगे।

स्वास्थ्य की देखभाल 

कई बीमारियां ऐसी होतीं हैं जो जानवरों से इंसानों में फैलती हैं। हालही में आया कोरोना इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है। ऐसे में अगर वन्यजीवों के रहने के लिए जगह ही नहीं होगी तो वे मानव बस्तियों की तरफ आएंगे, जिससे बहुत सी बीमारियां फैलने लगेंगी। इसलिए वन्यजीव संरक्षण बहुत ज़रूरी है।

वन्यजीव संरक्षण से बच सकती हैं प्राकृतिक आपदाएं 

हमें प्राकृतिक आपदाओं से बचाने में सबसे खास भूमिका वन्यजीवन ही निभाता है। वन में लगे बड़े-बड़े पेड़ बारिश होने में और बारिश के पानी को रोकने में मदद करते हैं। वनों के पेड़ पौधों की जड़ें मिट्टी को बांधकर रखती हैं, जिससे मिट्टी का कटाव रुकता है और बाढ़ आने का खतरा कम होता है। इसलिए भी हमें वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण के लिए काम करनेपर ध्यान देना चाहिए।

ऑक्सीजन की पूर्ति 

हम इंसानों में ऑक्सीजन की पूर्ति करने में वन बहुत ज़रूरी हैं, क्योंकि पेड़ ऑक्सीजन छोड़कर कार्बनडाईऑक्साइड को अपने अंदर ले लेते हैं। इसलिए हमें वन्यजीव संरक्षण की ओर ध्यान देना चाहिए।

आर्थिक रूप से सुरक्षा

वन्यजीव संरक्षण हमारी आर्थिक तौर पर भी मदद करता है, जैसे पर्यटन और जैव विविधता के लिए काम कर रहे बहुत से उद्योग वन्यजीवन पर निर्भर करते हैं। वनों के नहीं रहने पर कई लोगों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है, जिसका सीधा असर मानव समाज पर पड़ेगा।

वन्यजीव संरक्षण केवल उनके अस्तित्व के लिए नहीं, बल्कि हमारी सुरक्षा, स्वास्थ्य और आने वाली पीढ़ियों के बेहतर जीवन के लिए भी ज़रूरी है। ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदा हिंदी पर बने रहें।