एक्सरसाइज करना ज़रूरी है, ये मुझे भी मालूम था। लेकिन कुछ साल पहले तक हर बहाने की बली एक्सरसाइज ही चढ़ता था। उठने में देर हो गई तो एक्सरसाइज स्किप कर देती हूं, कहीं जाना है तो एक्सरसाइज छोड़ देती हूं, यहां तक कि आज मूड नहीं है तो भी एक्सरसाइज छोड़ देती हूं, कुछ ऐसे ही होते थे मेरे बहाने। एक्सरसाइज को मैंने हमेशा सबसे हल्के में लिया। लेकिन, समय के साथ जब ब्लड रिपोर्ट, वजन पर इसका असर दिखने लगा तो एक दिन मैंने ठान लिया कि कुछ भी छूटे लेकिन एक्सरसाइज स्किप नहीं करुंगी।
उस दिन से आज तक चाहे कुछ भी हो जाए, 20 मिनट ही सही मगर मैं एक्सरसाइज ज़रूर करती हूं। और इस आदत ने न सिर्फ मुझे शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाया है बल्कि मानसिक रूप से भी बेहतर किया है। मेरे पूरे दिन का सबसे सुकून भरा पल अब एक्सरसाइज ही होता है। वो एक घंटा अब मुझे किसी समंदर के पास चुपचाप बैठने से कम नहीं लगता।
लेकिन क्या कारण है कि लोग एक्सरसाइज को सबसे पहले टालते हैं? और एक्सरसाइज (Exercise) को हम अपनी आदत कैसे बना सकते हैं, चलिए जानते हैं।
सबसे पहले हम एक्सरसाइज को क्यों टालते हैं? (Sabse pehle hum exercise ko kyun talte hain?)
आपने भी कभी न कभी ये ज़रूर सोचा होगा कि “आज से पक्का एक्सरसाइज शुरू करूंगा/करूंगी।” लेकिन ये कल कभी नहीं आया। अगर आपकी हिम्मत करने से, इस कल की शुरुआत हो भी गई तो अक्सर कई बहाने मिल गए एक्सरसाइज नहीं करने के। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक्सरसाइज के नाम पर ही सारे बहाने क्यों याद आते हैं? अगर नहीं तो चलिए जानते हैं:
आलस करना
किसी भी चीज़ को टालने का कारण अक्सर आलस ही होता है। आप सुबह उठकर जब सोचते हैं कि थोड़ी देर और सो लूं तो वो थोड़ी देर घंटों में बदल जाता है। लेकिन, नींद खुलने के बाद अगर आप एक बार में उठकर खड़े हो गए तो इस बहाने को बाय-बाय कहा जा सकता है।
स्पष्ट लक्ष्य का ना होना
एक्सरसाइज के लिए मोटिवेशन चाहिए होती है। आपको फिट होना है, वज़न कम/ज़्यादा करना है, एब्स लाने हैं, मसल बनाने हैं, ब्लड रिपोर्ट बेहतर करना है – ऐसे लक्ष्य आपको एक्सरसाइज के लिए मोटिवेटेड रखते हैं। लेकिन जब आप बिना किसी मोटिवेशन के एक्सरसाइज शुरू करते हैं तो संभावना होती है कि आप इसे जल्द छोड़ देंगे।
अनुशासन की कमी
एक बार जब आप एक्सरसाइज शुरू करते हैं शुरू में जोश रहता है, लेकिन इसे रूटीन बनाने में हम अक्सर पीछे रह जाते हैं क्योंकि हम खुद को अनुशासित नहीं करते। जिस तरह हम हर दिन खाना खाते हैं, उसी तरह हमें इसे अपनी रूटीन में शामिल करना होगा।
रिज़ल्ट की चिंता
किसी भी अच्छी चीज़ को वक्त लगता है रिजल्ट देने में। दो-तीन एक्सरसाइज से शरीर पर कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन, जब आप लगे रहते हैं, इसे छोड़ते नहीं, तब आपको इसका रिज़ल्ट दिखना शुरू हो जाता है। जब एक्सरसाइज करें तो रिज़ल्ट की चिंता छोड़कर करें, वरना एक्सरसाइज की आदत जल्द छूट जाएगी।
एक्सरसाइज को आदत कैसे बनाएं? (Exercise ko aadat kaise banayein?)
खुद पर प्रेशर न डालें
एक बार में जोश में आकर ज़्यादा एक्सरसाइज करने से आप थककर या चोट लगने के कारण इसे जल्द छोड़ सकते हैं। बेहतर होगा अगर आप शुरुआत में 10–15 मिनट की हल्की वॉक, स्ट्रेचिंग या योग करें और धीरे-धीरे समय के साथ इसमें आगे बढ़े।
समय तय करें
दिन का कोई एक समय एक्सरसाइज के लिए निश्चित करें – जैसे सुबह उठकर या शाम को ऑफिस के बाद। तय समय को दिमाग रूटीन मानने लगेगा।
लक्ष्य को याद रखें
आपने जिस कारण से एक्सरसाइज शुरू की है उसे हर दिन याद करें और सोचें कि इसे छोड़कर आपको क्या नुकसान होंगे।
याद रखें
व्यायाम कोई सज़ा नहीं है बल्कि आपकी सेहत के लिए एक ऐसा गिफ्ट है जो सिर्फ आप खुद को दे सकते हैं।
आप एक्सरसाइज के लिए खुद को मोटिवेटेड कैसे रखते हैं कमेंट में हमें ज़रूर बताएं। ऐसे ही सेहत से जुड़े आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदा से जुड़े रहें।