उत्पादकता दिवस

बेहतर उत्पादकता के लिए भटकाव पर काबू पाने के लिए जानें 5 तरीके

आप डिस्ट्रैक्शन को कंट्रोल नहीं कर सकते हैं, लेकिन आप अपने आसपास होने वाली उन विभिन्न गतिविधियों और उन वजहों को बखूबी नियंत्रित कर सकते हैं, जो आपका ध्यान भंग करने का प्रयास करते हैं। ऐसे में बेहतर उत्पादकता के लिए ध्यान भटकने से बचने के लिए जानने के लिए पढ़ें ये लेख।

आप अपने ऑफिस में काम को लेकर काफी व्यस्त हैं। आप पूरी गंभीरता से उन कामों को पूरा करने में लगे हुए हैं। इसी बीच अचानक आपके मोबाइल पर किसी पुराने साथी का कॉल आ जाता है। उससे करीब आधे घंटे तक बातचीत करने के बाद आप महसूस करेंगे कि कहीं न कहीं आपका ध्यान काम से भटक गया है। दिमाग पर जोर डालने पर भी आपको याद नहीं आ रहा कि आप क्या काम कर रहे थे और आगे क्या काम करना था। इसके बाद आप सोचते हैं कि अपने सहकर्मी से पूछे लें, लेकिन यह भी डर लग रहा है कि कहीं यह बातचीत ऑफिस पॉलिटिक्स का मुद्दा न बन जाए। अंत में आप अपने डेस्क के पास लौट आते हैं, तब तक लंच करने का वक्त हो जाता है। इससे पहले कि आप उन कारकों पर विचार करते कि किस तन्मयता न ध्यान लगाकर काम कर रहे थे, वह भटकाव के आगोश में आकर पूरी तरह गायब हो जाता है।

जिस काम में भी अधिक ध्यान लगाने की ज़रूरत पड़ती है, उसके लिए एक डिस्टैक्शन फ्री माहौल होना बेहद ज़रूरी है। इससे उत्पादकता (Productivity) बढ़ता है। अफसोस की बात है कि जब तक कि आप कोई फ्रीलांसर नहीं हैं या रिमोटली काम करने की आज़ादी नहीं है। यह आपके लिए महत्वाकांक्षी सोच लग सकती है।

कोई भी ऐसा माहौल नहीं है, जो डिस्टैक्शन से अछूता हो। मान लीजिए आप किसी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में अंतरिक्ष वैज्ञानिक का काम कर रहे हैं, तो संभव है कि वहां भटकाव की स्थिति से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं होगा। इतना होने के बावजूद यदि आप अपनी खिड़की से पृथ्वी और काले रंग के आसमान में चमकते-दमकते असंख्य तारों को देखेंगे, तो आपको अपने काम पर फोकस करने में ज़रूर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इससे आपकी उत्पादकता प्रभावित होगी।

यहां भटकाव की स्थिति लाने वाले कुछ कारक दिए गए हैं, जिस पर आपका नियंत्रण नहीं है। आप सिर्फ और सिर्फ अपने आसपास की परिस्थितियों से उत्पन्न होने वाली प्रतिक्रियाओं को ही काबू में कर सकते हैं, जो आपको ध्यान भंग करने के लिए उकसा सकते हैं। आपके आसपास में मौजूद हर चीज़ में आपके ध्यान को भटकाने और लंबे समय तक उस पर टिके रहने की क्षमता है। जैसे- आपका मोबाइल और उनमें उपलब्ध एप, आपके कमरे का टेंपरेचर, मौसम आदि। भटकाव के मुख्य स्रोत आपके मन-मस्तिष्क में चल रहे विचार, इमोशन और पीड़ा हैं। ये सभी कारक आपके और आपकी उत्पादकता के बीच एक तरह से अवरोधक का काम करते हैं। इनको कम करने के लिए यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं। इसके माध्यम से आप अपने ध्यान को बढ़ा सकते हैं और भटकाव की स्थिति में खुद को ले जाने से रोक सकते हैं।

इंटरनेट पर लगाएं अंकुश (Internet par lagayen ankush)

आज हम अधिकतर काम के लिए इंटरनेट पर निर्भर रहते हैं। इससे कोई भी काम आसानी से पूरा हो जाता है। यह आपको अपने काम में स्किल्ड बनाने में भी सहायता करता है। लेकिन, इंटरनेट के कुछ अपने नुकसान भी हैं। यह डिस्ट्रैक्शन का कारण भी बन जाता है। इससे आपका काम प्रभावित हो सकता है। सोशल मीडिया और वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म, शॉपिंग पोर्टल, रेस्तरां एग्रीगेटर जैसे तमाम ऐप्स हैं, जो आपके उत्पादकता को प्रभावित करते हैं। इंटरनेट से चलने वाले इन मोबाइल एप का इस्तेमाल करना बहुत अच्छा लगता है। लेकिन समय रहते अगर आप इन पर अंकुश नहीं लगाते हैं, तो ये परेशानी का सबब बन सकते हैं। साथ ही आपका ध्यान भटकने से कोई रोक नहीं सकता। इससे उत्पादकता प्रभावित होती है। इंटरनेट जैसे भटकाव लाने वाले कारकों को समझने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं, जिसे पहले समझने की ज़रूरत है। साल 2005 में लंदन इंस्टीट्यूट ऑफ साइकाइट्रिक के डॉ. ग्लेन विल्सन द्वारा किए गए एक अध्ययन में उन्होंने पाया था कि फोन कॉल और ई-मेल से होने वाले भटकाव के कारण हमारा आईक्यू लेवल 10 यूनिट तक कम हो जाता है।

जब मामला इंटरनेट का है, तो डिस्ट्रैक्शन के लिए इससे ज्यादा हानिकारक और गंभीर कोई और कारक नहीं हो सकता है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि आप इंटरनेट का इस्तेमाल करके ही इंटरनेट से होने वाले डिस्ट्रैक्शन को खत्म कर सकते हैं। इंटरनेट की दुनिया में कई ऐसे एप हैं, जिन्हें आप डाउनलोड कर सकते हैं। इनकी सहायता से सोशल मीडिया पर आप कितना समय बिताते हैं, उस पर नज़र रख सकते हैं। इसकी मॉनीटरिंग करने के बाद आप ऐसे सोशल मीडिया एप की सूची तैयार करें, जो आपको सबसे ज्यादा भटकाव की स्थिति पैदा करते हैं। ऐसा करने के बाद आप अपने बिहेवियर में एक व्यापक बदलाव देखेंगे। साथ ही उत्पादकता में इजाफा होगा। भटकाव की स्थिति को दूर करने के लिए आपको किन चीज़ों की ज़रूरत पड़ेगी, इसके आधार पर आप आसानी से अनुमान लगा सकते हैं।

बेवजह के फोन कॉल्स को करें नियंत्रित (Bewajah ke phone calls ko karen niyantrit)

भले ही आप अपने काम पर हों या न हों, लेकिन फोन बजना कभी भी बंद नहीं हो सकता है। सप्ताह भर आपके साथ काम करने वाले साथी और छुट्टी वाले दिन आपके सगे-संबंधी या कोई दोस्त ज़रूर फोन कर सकते हैं। इससे आपका ध्यान भटक सकता है। आप भी बिना सोचे-समझे उन फोन कॉल्स को ज़रूर रिसीव करेंगे। भले ही आप कोई बहुत महत्वपूर्ण काम ही क्यों न कर रहे हों। उन लोगों के साथ कभी-कभार आपकी बातचीत बहुत ही संक्षिप्त और टू द प्वाइंट होगी, तो कभी बात करते-करते इतना समय लग जाएगा कि आपने सोचा भी नहीं होगा कि इतना वक्त लग सकता है। बेवजह के फोन कॉल्स और बेफिजुल की बातों के चलते आप इस कदर थक जाते हैं कि किसी भी काम करने में आपका मन नहीं लगेगा। इससे उत्पादकता प्रभावित होती है।

अगर आप लंबे समय तक फोन पर बातचीत करने और बेवजह के कॉल्स रिसीव करने से बचते हैं, तो ये आपके काम के प्रति प्रतिबद्धता को बढ़ा सकता है। आप भी उसे एक तय समय-सीमा के भीतर करने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे। इससे उत्पादकता बढ़ेगी। अपने रिश्तेदारों और नज़दीकी लोगों से बातचीत करने के लिए समय सुनिश्चित करें। जब तक कि किसी प्रकार की इमरजेंसी न हो, तो फोन पर कम ही बात करें। उन्हें ज़रूर बता दें कि काम निपटाने के बाद आप खुद कॉल करेंगे। अगर आपका फोन, बेवजह के ईमेल और सोशल मीडिया के नोटिफिकेशन के कारण बार-बार बज रहा है, तो आप इसे इग्नोर करें। साथ ही सबसे पहले अपने काम पर फोकस करें, ताकि तय समय-सीमा के भीतर आप उसे निपटा सकें। इससे उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।

उत्पादकता दिवस

काम करने के दौरान डिस्ट्रैक्शन से बचने के लिए ईयर प्लग या ईयरफोन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

शोर को अनसुना करें (Shore ko ansuna karen)

किसी कैफे के भीतर काम करने वाले भले ही आप कोई लेखक हों या किसी सॉफ्टवेयर कंपनी में सैकड़ों कोडर्स के बीच काम करने वाले कोई सॉफ्टवेयर इंजीनियर हों। काम करने के लिए आपको शांतचित जगह मिलना उतना आसान नहीं है। लोगों की बातचीत का कोलाहल और फोन की घनघनाहट से होने वाले डिस्ट्रैक्शन के बीच ध्यान लगाकर काम करना बहुत ही मुश्किल होता है। इससे उत्पादकता में गिरावट होती है।

अगर आप कोलाहल और बेफिजुल की बातों को सुनने से बचना चाहते हैं, तो काम के दौरान ईयरप्लग या ईयरफोन का इस्तेमाल ज़रूर करें। आप चाहते हैं कि आपके काम में किसी प्रकार की दिक्कत पैदा न हो और काम पर ध्यान लगा रहे, तो आप कम आवाज़ में पसंदीदा म्यूजिक सुन सकते हैं। जो आपके काम के उत्पादकता को बढ़ाएगी।

अगर आप वर्क फ्रॉम होम पर हैं, तो काम करने के लिए एक शांतचित जगह की तलाश करें, ताकि आपको काम करने में किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। संभवत: ऐसी जगह जहां खिड़की से सड़क पर चलने वाले लोगों की आवाजाही और गाड़ियों की शोर-गुल सुनाई न पड़े। इससे उत्पादकता बढ़ जाएगी।

अपनी सोच को वाइल्ड न होने दें (Apni soch ko wild na hone den)

ऐसा आपके साथ कितनी बार हुआ है कि जब कोई मीटिंग चल रही है और बीच में ही आपका दिलो-दिमाग किसी दूसरी दुनिया को सैर करने चला जाता है? जब आप सरपट दौड़ लगाने वाले अपने विचारों पर अंकुश नहीं लगा पाते हैं, तो यह भटकाव की अवस्था में पहुंच जाता है। विशेषकर उस वक्त जब आपको ज्यादा फोकस लगाने की ज़रूरत पड़ती है। इसमें आपके विचारों का कोई दोष नहीं है, बल्कि उस समय अपने अंतरात्मा की आवाज़ होती है। अगर आप इसे यूं ही अनियंत्रित छोड़ देते हैं, तो यह आवाज़ आपने नाश्ते में क्या खाया था, बीते दिनों किससे आपकी बहस हुई थी। फुटबॉल में आपकी टीम कैसे हार गई जैसे बुरे ख्याल आपके मन-मस्तिष्क में आने लगेंगे। जो उत्पादकता को प्रभावित करेंगे।

यदि आप अपने विचारों पर काबू पाना सीख लेते हैं, तो आप अपनी ज़िंदगी में किसी भी लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। ये गुण ही किसी लीडर को उसके समर्थकों से भिन्न करता है। यह सच है कि ये गुण किसी इंसान में रातों रात विकसित नहीं हो जाते हैं। मानसिक रूप खुद को शांत करने के लिए आप मेडिटेशन और योग करें या एकांत में कुछ पल बिताएं। सेहतमंद खाना खाएं और पर्याप्त नींद लें। ये मानसिक रूप से आपको चुस्त-दुरुस्त और स्थिर रखने में मदद कर सकते हैं। जो उत्पादकता बढ़ाने में मदद करेंगे।

वर्क फ्रॉम होम के मानकों को करें पूरा (Work From Home ke mankon ko karen pura)

जब कोई ऐसा इंसान जो शांत स्थिति में ही आगे बढ़ता है, तो वर्क फ्रॉम होम उसके लिए यह सजीव बुरा सपना जैसा ही लग सकता है। जब तक आपको अकेले रहने का अनुभव नहीं है, तब तक आप कभी भी भटकाव की स्थिति से बाहर नहीं आ सकते हैं। जब तक घर में बर्तन की आवाज़, फोन कॉल्स, बच्चों का शोर-शराबा, चाय की केतली की आवाज़, नल से पानी टपकने की आवाज़ सुनाई पड़ेगी, ऐसे में भटकाव की स्थिति ज़रूर आएगी।

घर पर रहने के दौरान भटकाव से बचने के लिए सबसे पहले आपको टाइम मैनेजमेंट सीखना होगा। प्रत्येक काम के लिए आप समय सुनिश्चित करें। चाहे वह ऑफिस का काम हो या घर का। यदि आपने अपने ईमेल का जवाब देने के लिए सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक समय तय किया है, तो तय टाइमलाइन के भीतर ही उस काम को पूरा कर लें। उस दौरान किसी और काम पर आपका ध्यान नहीं होना चाहिए। टाइम मैनेजमेंट के अलावा आपको अपने घर में भी कुछ बदलाव करने पड़ सकते हैं। कभी भी आप उस रूम में काम नहीं करें, जहां टीवी लगी हो। साथ ही कभी भी आप अपने बिस्तर पर लैपटॉप रखकर काम नहीं करें। अपने काम के बारे में आप अपने घरवालों या फ्लैटमेट को भी बता कर रखें। इससे उन्हें भी मालूम रहे कि उन्हें किस समय शांत रहना है।

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