मिच एल्बोम

‘द फाइव पीपल यू मीट इन हेवेन’ से जानें त्याग का महत्व

यह किताब मृत्यु और स्वर्ग के कॉन्सेप्ट की पड़ताल करती है और आपको अपने जीवन के बारे में गहन आत्मनिरीक्षण के लिए प्रेरित करती है।

अपनी दूसरी किताब में लेखक मिच एल्बोम (Mitch Albom) मृत्यु के बाद जैसे मुश्किल सब्जेक्ट पर बात करते हैं। वे न केवल ऐसे गंभीर विषय को संबोधित करते हैं, बल्कि हमें जीवन का आत्मनिरीक्षण करने के लिए भी प्रेरित करते हैं। ‘द फाइव पीपल यू मीट इन हेवेन’ के ज़रिए मिच एल्बोम जीवन की 5 ज़रूरी सीख देते हैं, जो हर परिस्थिति और प्रसंग में उपयुक्त साबित होती है।

एडी, जिसने अपनी ज़्यादातर ज़िंदगी एक मनोरंजक पार्क का रखरखाव करने वाले कर्मचारी के तौर पर बिता दी। वह अपनी ज़िंदगी को तुच्छ मानता है। इसी सोच के साथ उसकी 83वें जन्मदिन के बाद मौत हो जाती है। एक छोटी बच्ची को टूटी हुई गाड़ी से बचाते हुए उसकी मौत हो जाती है।

एडी इस दुखद मौत के बाद स्वर्ग जाता है, जहां उसकी मुलाकात पांच लोगों से होती है, जो उससे समझदारी की 5 बातें साझा करते हैं। जैसे-जैसे आप इस छोटे उपन्यास के पन्ने पलटते जाएंगे, इसके किरदार और घटनाएं हमें हमारी परस्पर संबंधित दुनिया की याद दिलाएंगे। कैसे हर एक की ज़िंदगी दूसरे के जीवन को प्रभावित करती है, दुनिया में न जाने कितनी ही कहानियां हैं और ये सारी कहानियां भी एक बड़ी कहानी का हिस्सा है।

एडी स्वर्ग में सीखता है कि कैसे उसके हर एक काम ने किसी न किसी व्यक्ति को प्रभावित किया है। एक मुख्य सबक जो वह उन अजनबियों से सीखता है, वह है त्याग का महत्व। एक और अहम सीख उसे मिलती है, वह है क्षमा की महत्ता। एक व्यक्ति उसे सिखाता है कि कैसे खोया हुआ प्यार भी सबसे मज़बूत प्रकार का प्रेम होता है। भले ही काफी दूर होने की वजह से वह अलग हो। एडी के जीवन का आखिरी सबक जीने के उद्देश्य के बारे में है।

इस किताब का पात्र एडी, लेखक के चाचा एडी बिचमैन पर आधारित है, जिनसे लेखक मिच एल्बोम गहराई से जुड़े थे। लेखक के मुताबिक उनके चाचा ने भी मृत्यु जैसा अनुभव किया, उस दौरान उन्होंने महसूस किया कि उनकी आत्मा उनके बिस्तर के ऊपर तैर रही है। यह उसी तरह की कुछ घटनाएं हैं, जिसने मिच एल्बोम को ‘द फाइव पीपल यू मीट इन हेवेन’ लिखने के लिए प्रेरित किया।

एल्बोम जो बेस्ट सेलर ‘ट्यूसडेज विद मॉरी’ के भी लेखक हैं, उन्होंने मृत्यु और स्वर्ग की रहस्यमय अवधारणा की छानबीन की है। अपनी जीवंत कल्पना के ज़रिए लेखक स्वर्ग का एक ऐसा चित्र अंकित करने में कामयाब होते हैं, जिसे सुनते हुए हम बड़े हुए हैं। उदाहरण के तौर पर मृत्यु के बाद एडी धुंधले केसरिया आसमान के नीचे उतरता है। यह एडी को महसूस कराता है कि वह एक सुरक्षित जगह में है। इसी तरह एक बार एडी हवा में तैरता है। ऐसा लगता है, जैसे लेखक इसके ज़रिए यह संदेश दे रहे हो कि स्वर्ग पृथ्वी की सीमा से मुक्त है, बिल्कुल एडी की तरह, जो मृत्यु के बाद पृथ्वी के भार से मुक्त है। स्वर्ग की कल्पना के ज़रिए लेखक ने आध्यात्मिक आज़ादी और निरंतरता के सिद्धांत को छुआ है।

यह दिलचस्प कहानी आपको बांधे रखती है। एडी का पात्र अत्यधिक भरोसेमंद है और यह आपके साथ किताब खत्म होने के बाद भी काफी समय तक रहता है। अक्सर मार्मिक, लेकिन यह सरल शक्तिशाली और प्रभावशाली उपन्यास आपको किसी भी अच्छे विषय पर विचार करने की मनोदशा में ले जा सकता है, क्योंकि यह आपके मर्म को झकझोर देता है।

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