एक कहावत है कि किताबों से अच्छा कोई दोस्त नहीं हो सकता है। आज के संदर्भ में देखें तो यह कहावत एकदम सही लगती है। आज लोग किताबों से दूर होते जा रहे हैं। इसके कारण कहीं न कहीं सोसाइटी प्रभावित हो रही है। किताबें ज्ञान का वह साधन हैं, जिसका कोई और विकल्प नहीं है।किताबों को पढ़ना सिर्फ पढ़ना नहीं होता है, वो अपने आप में एक तरह से बातचीत है। हर किताब कुछ न कुछ कहती है। अच्छी किताबें सिर्फ अच्छी किताबें ही नहीं होती है बल्कि वो हमें सुनती भी हैं। किताबें हमें समझती भी हैं और हमें समझाती भी हैं। किताबें हमें हमारी असलियत भी बताती हैं।
किताबें पढ़नेका सबसे ज़्यादा जो फायदा होता है वो यह है कि इससे हमारा दायरा बढ़ता है। इसके साथ ही हमारी सोच भी डेवलप होती है किसी विषय के बारे में समझने के लिए और उसे किसी और को समझाने के लिए। इसके अलावाहम जब भी कोई आध्यात्मिक पुस्तक पढ़ते हैं, तो इससे हमारे अंदर पॉजिटिव एनर्जी भी जेनरेट होती है, जो ज़िंदगी के बारे में समझाने के साथ-साथ सही रास्ते पर भी ले जाती है। आज हम आपको सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि आध्यात्मिक पुस्तकें आपको कैसे एक अलग दुनिया में ले जा सकती हैं। साथ ही हम आपको आध्यात्मिक पुस्तकों का महत्व भी बताएंगे।
हर बड़ा लीडर रीडर जरूर होता है (Har bada leader reader zarur hota hai)
अगर आप किताबें पढ़ते हैं, तो आपके लीडर बनने की संभावना काफी बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि जब आप किताबें पढ़तें हैं, तो आपके अंदर सोचने और समझने की शक्ति का काफी बेहतर तरीके से विकास होता है। आप महात्मा गांधी की बात कर लें चाहें भगत सिंह की या फिर एपीजे अब्दूल कलाम की। सभी किताबें काफी पढ़ते थे। इसके कारण उनके अंदर लीडरशिप के गुणों का विकास हुआ।
आध्यात्मिक पुस्तकें सिखाती हैं जीवन जीने की कला (Adhyatmik pustakein sikhati jivan jine ki kala)
वैसे तो सभी किताबें हमें ज्ञान ही देती हैं। लेकिन आध्यात्मिक पुस्तकें हमें जीवन को जीने की कला के बारे में बेहतर तरीके से सीखाती हैं। इन किताबों से हर परिस्थिति में कैसे पॉजिटिव रहा जाए, इसके बारे में समझने का मौका मिलता है और साथ ही किसी भी स्थिति का सामना कैसे करना है। सोसाइटी में रहने के दौरान कैसे व्यवहार करना है, इन सभी विषयों के बारे में अच्छे से समझने का मौका मिलता है आध्यात्मिक किताबों में।
6 आध्यात्मिक पुस्तकें जिन से आप बहुत कुछ सीख सकते हैं (6 adhyatmik pustakein jinse aap bahut kuch seekh sakte hain)
उपनिषद
भारतीय संस्कृति या यूं कहें कि हिंदू संस्कृति में उपनिषद का काफी महत्व है। इसको 1000 ईसी पूर्व से लेकर 300 ईसवी पूर्व में लिखा गया था। उपनिषद लगभ 1008 से अधिक हैं, लेकिन उसमें से 108 काफी महत्वपूर्ण हैं। इसे वेदों का निचोड़ कहा जाता है। इसको पढ़ने के बाद आपके सोचने-समझने का तरीका पूरी तरह से बदल जाएगा। साथ ही समाज को देखने का आपका नज़रिया भी बदल जाएगा। आप पुस्तक से जीवन जीने के सभी पहलूओं को समझ पाएंगे।
गीता
गीता को पूरे विश्व में सबसे प्रमाणिक किताबों में बारे में मान्यता दी जाती है। इसमें आपको कृष्ण भगवान और अर्जून के संवाद पढ़ने को मिलेंगे। इस किताब में जीवन के बारे में सभी सार बताए गए हैं। अभी भी जब कोई जीवन के बारे में कोई बढ़िया संदेश दे रहा होता है, तो उसमें वह गीता के किसी ने किसी उदाहरण को ज़रूर रखता है। यह किताब किसी भी परिस्थिति में पॉजिटिव रहने के लिए हमें प्रेरित करता है।
जीवन के अद्भुत रहस्य
गौर गोपाल दास ने इस किताब को लिखी है। इसमें उन्होंने आज के परिपेक्ष्य में जीवन और आध्यात्म की बातें की है। वे इस आध्यात्मिक पुस्तक में स्थायी खुशी से लेकर हर उन पहलूओं को हमारे सामने रखते हैं, जिसका आज के समय में हम सामना कर रहे हैं। वो समझाने का प्रयास करते हैं कि जीवन में आप कैसे तालमेल बिठा सकते हैं।
योगी कथामृत
यह किताब परमहंस योगानंद जी की ऑटोबायोग्राफी है। इसमें उन्होंने अपनी ज़िंदगी के बारे में लिखा है। इसमें उन्होंने जीवन और आध्यात्मिक क्रियाओं के बारे में लिखा है। इसमें ऐसी बहुत सारी बातें हैं, जो किसी भी इंसान को आध्यात्मिकता के स्तर पर काफी गहराई प्रदान करती है और आध्यात्मकी ओर ले जातीहैं।
संन्यासी जिसने अपनी संपत्ति बेच दी
इस किताब को रॉबिन शर्मा ने लिखा है। रॉबिन शर्मा बहुत ही प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर हैं। इस किताब को उन्होंने फिक्शनल नोवल की तरह लिखा है। इस किताब में एक ऐसे इंसान की कहानी है, जो पहले काफी सफल रहता है और खुद के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देता है। इसके कारण उसकी सेहत बिगड़ जाती है। इसके बाद वह खुद को समय देने लगता है, हिमालय का सफर करता है। इस सफर में उसे एक योगी मिलते हैं, जो उसे जीवन के बारे में बतातेहैं।
रामायण
रामायण में हमें एक सबसे बेहतरीन इंसान की कहानी बताई गई है। भगवान रामअच्छे बेटे होने के साथ-साथ बहुत ही अच्छे पति भी हैं और न्यायप्रिय राजा होने के साथ-साथ एक अच्छे दोस्त और भाई भी हैं। रामायण के मुख्य किरदार श्री राम को जीवन में बहुत-सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन वे हर परिस्थिति में सही फैसला लेते हैं। इससे वे जीवन में हमेशा सफल रहते हैं। उन्होंने अपने किरदार को इस तरह से निभाया है कि आखिरकार वे भगवान श्रीराम बन जाते हैं।
इस आर्टिकल में हमने आध्यात्मिक पुस्तकें की बात की। साथ ही हमने आध्यात्मिकता के बारे में भी बताया। तो इसी तरह के और भी ज्ञानवर्द्धक आर्टिकल पढ़ने लिए सोलवेदा हिंदी से जुड़ें रहें।