रात के 11.30 बजे थे और उसे पूरा यकीन था की कोई अजनबी उसका पीछा कर रहा है। उसने तेज़ी से ब्रेक लगाए और बांए तरफ मुड़ गई। उसके मुड़ते ही एक स्लेटी रंग की कार भी उसी ओर मुड़ी। उसने अपने ‘रियर-व्यू मिरर’ में देखा। एक अजनबी व्यक्ति (Stranger person) 15 मिनट से उसका पीछा कर रहा था। वह लगभग उसका हम उम्र था और उस वक्त से ही उसका पीछा कर रहा था, जब वह पब से निकली थी।

घर पहुंचने में उसे दो घंटे लगते थे। उसे हाईवे के एक अंधेरे इलाके को पार करते हुए घर जाना होता था। उसने अपने दोस्त की बात नहीं मानी थी, जो उसके साथ घर चलने को तैयार था। उसे इतनी रात तक बाहर रहने की जरूरत ही क्या है? वह बेहद घबरा गई थी।

वह सड़क के उस अंधेरे इलाके में प्रवेश कर रही थी और उसका पीछा कर रही कार उसे ओवरटेक करने की कोशिश में थी। उसने उसे जाने का इशारा भी किया, ताकि वह उससे आगे निकल जाए। लेकिन स्लेटी रंग की कार उसके बराबर में पहुंची और उसमें बैठे युवक ने उसे कोई इशारा किया।

उसने सोचा यह एक रेपिस्ट और कातिल है। वह घबरा गई और एक्सीलेटर पर उसने दबाव बढ़ा दिया और नियंत्रण खोते हुए एक रोड ब्लॉक से उसकी कार टकरा गई। वह स्लेटी रंग की कार उसके पीछे आकर रुक गई और उसमें बैठा व्यक्ति बाहर निकला। उसने खुद को एयरबैग की उलझन से निकाला और हाथ में पेपर स्प्रे लेकर कार से निकली।

वह व्यक्ति अपने हाथ में हॉकी स्टिक लेकर उसकी दिशा में दौड़ा। वह कुछ कर पाती इससे पहले ही उसने उसकी कार का पिछला दरवाजा खोला और उसमें बैठे एक दुबले-पतले व्यक्ति को खींचकर बाहर निकाला। वह पीछे की सीट पर दुबक कर बैठा था। उसके आसपास सब कुछ घूम रहा था। वह बेहोश होकर गिर गई।

जब अस्पताल में वह उठी, तो उस स्लेटी रंग की कार वाले अजनबी व्यक्ति को उसने अपने करीब बैठा पाया। उसने उसे बताया कि उसने कार में पीछे बैठे युवक को पब में उसकी ड्रिंक में कुछ मिलाते हुए देख लिया था। यही युवक बाद में दुबक कर उसकी कार के पीछे वाली सीट पर बैठ गया था। पुलिस को उस अपराधी की दुष्कर्म और हत्या के 5 मामलों में तलाश थी।