पालतू जानवर

ये 5 हॉलीवुड मूवीज़ दिखाती हैं इंसान और डॉग्स के बीच का गहरा कनेक्शन

‘जून और कोपी’ दिल को छू लेने वाली इंग्लिश फिल्म है, जो एक जवान जोड़े और उनके दो कुत्तों, कोपी और जून, के साथ उनके जीवन की कहानी दिखाती है। इस फिल्म में एक खास मोड़ तब आता है जब यह जोड़ा सड़कों पर मिले एक आवारा फीमेल कुत्ते, जून को बचाता है और उसे अपने घर ले आता है।

इंसानों का जानवरों से प्यार आज या कल से नहीं बल्कि सदियों पुराना है। जब इस दुनिया की शुरुआत हुई तब भी लोग कुत्ते और बिल्लियों को पालते थे, और उनके साथ रहते थे। अगर आपको भी मेरी तरह कुत्तों से लगाव है तो आप इस बात को समझ सकते हैं कि पालतू जानवर हमारे परिवार के सबसे छोटे और चहेते साथी जाने कब और कैसे बन जाते हैं ये हमें भी पता नहीं चलता।

कुत्तों का प्यार जताने का तरीका थोड़ा अगर और मजेदार होता है। सूंघना और बार-बार पूंछ हिलाना, उनका अपनी भावनाओं को कहने का बड़ा ही दिलचस्प तरीका है। वो भी हम इंसानों कि तरह खुशी और दुख महसूस करते हैं और हमें अपनी भावनाओं को बताने की कोशिश भी करते हैं। पर क्या आप जानते हैं कुत्ते सिर्फ हमारे प्यारे साथी ही नहीं होते बल्कि वो हमारे मानसिक और शारीरिक स्वस्थ के लिए किसी दवाई से कम नहीं होते? रिसर्च की मानें तो डॉग लवर अन्य लोगों की तुलना में स्मार्ट और दिमागी तौर पर ज़्यादा मजबूत होते हैं, क्यूंकि कुत्तों का प्यार जख्म पर मरहम का काम करता है। देखा जाए तो हमारे पेट्स हमें हील करने में भी मदद करते हैं।

अब चलिए मैं आपको कुछ ऐसी हॉलीवुड मूवीज के बारे में बताती हूं, जिसमें आप कुत्तों और इंसानों के बीच के गहरे कनेक्शन को महसूस कर सकते हैं और अपने पालतू जानवर से अपनी भावनाओं को जोड़ सकते हैं।

पालतू जानवर होते हैं परिवार के सदस्य (Paltu jaanvar hote hain parivaar ke sadasya)

हर घर में पालतू जानवर को लेकर एक कहानी ज़रूर होती है, और वो कहानी कुछ इस तरह होती है कि घर का वो सदस्य जो घर में कुत्ता या कोई दूसरा पालतू जानवर पालने के खिलाफ था, आज वही उस प्यारे से कुत्ते का सबसे नज़दीकी साथी बन गया।

सच में, पालतू जानवरों में इतना प्यार और इतना अपनापन होता है कि उनकी मासूमियत से किसी का भी दिल पिगल जाता है। कुत्ते तो इस मामले में और भी तेज़ होते हैं। घर में आते ही वो घर के सबसे खास सदस्य बन जाते हैं। उनका खाना पीना और ख्याल रखना घर के किसी एक व्यक्ति की ज़िम्मेदारी नहीं होती, बल्कि पूरा परिवार ही अपने छोटे से साथी की आओ-भगत में लग जाते हैं और खुद को डॉग लवर कहे जाने पर इतराते हैं। मैं तो ये कहूंगी कि पालतू जानवर हमारे घर के सदस्य तो होते ही हैं साथ ही हमारे बच्चे जैसे भी होते हैं।

जानवर और इंसानों के इसी प्यार पर कई फिल्में बनीं हैं। तो आइये ऐसी ही 5 हॉलीवुड मूवीज़ को जानें, जो दिखाती हैं इंसान और डॉग्स के बीच का गहरा कनेक्शन।

जून एंड कॉपी (June and Kopi)

‘जून और कोपी’ दिल को छू लेने वाली इंग्लिश फिल्म है, जो एक जवान जोड़े और उनके दो कुत्तों, कोपी और जून, के साथ उनके जीवन की कहानी दिखाती है। इस फिल्म में एक खास मोड़ तब आता है जब यह जोड़ा सड़कों पर मिले एक आवारा फीमेल कुत्ते, जून को बचाता है और उसे अपने घर ले आता है।

धीरे-धीरे जून इस परिवार का ज़रूरी हिस्सा बन जाती है और अपनी मासूमियत और वफादारी की वजह से उनकी खास बन जाती है। कपल की बेटी जो अस्थमा जैसी बीमारी से जूझ रही होती है, उसके लिए जून एक सुकून भरी साथी और खुश (Happiness) होने की वजह बन जाती है।

फिल्म की कहानी में कुत्तों की अपने मालिकों के लिए प्यार और वफादारी को बहुत बढ़िया तरीके से दिखाया गया है। इस फिल्म में ये देखने को मिलता है कि पालतू जानवर ना सिर्फ हमारे साथी होते हैं, बल्कि परिवार का हिस्सा बनकर जीवन को और भी सुंदर और खुशनुमा बना देते हैं।

डॉग गॉन (Dog Gone)

‘डॉग गॉन’ एक भावनात्मक कहानी है। इस फिल्म में एक लड़का अपने पालतू और प्यारे कुत्ते को ढूंढ़ने बहुत दूर निकल जाता है। यह फिल्म लड़के और उसके कुत्ते के बीच के गहरे रिश्ते को दिखाने के लिए बनाई गयी है। ‘डॉग गॉन’ हमें इस बात की याद दिलाती है कि छोटे बच्चों और उनके पालतू साथियों के बीच का प्यार हमारी कल्पना से भी बहुत ज़्यादा होता है।

बेंजी (Benji)

‘बेंजी’ फिल्म में एक प्यारे आवारा कुत्ते बेंजी की कहानी दिखाई गई है। बेंजी दो बच्चों को गुंडों से बचाने में मदद करता है, जिन्हें उन बदमाशों ने किडनैप किया था। इसमें बेंजी नाम का कुत्ता बिना अपनी जान की परवाह किए, उन बच्चों को बचाता है। ये कहानी जानवरों की बहादुरी और वफादारी को दिखाती है, जो खतरे की परवाह किए बिना अपने इंसानी दोस्तों की मदद करते हैं।

रेस्क्यूड बाई रूबी (Rescued by Roobi)

‘रेस्क्यूड बाय रूबी’ फिल्म है दूसरों को प्रेरित करने वाली कहानी है। इस फिल्म में एक पुलिस अधिकारी और एक आवारा कुत्ता रूबी है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे यह अधिकारी अपनी ज़िंदगी में व्यक्तिगत मुश्किलों से जूझ रहा होता है, लेकिन जब वह रूबी को गोद लेता है, तो उसकी ज़िंदगी पूरी तरह बदल जाती है। रूबी ना सिर्फ उसके लिए एक साथी बनती है, बल्कि उसकी मदद से वो आदमी अपने जीवन में नया मकसद ढूंढता है। ये फिल्म डॉग सेल्टर से लाये हुए कुत्तों के महत्त्व और अपनेपन को दिखाती है।

मार्ले एंड मी (Marley and Me)

किसी के भी दिल को छू लेने वाली कहानी है ‘मार्ले एंड मी’। फिल्म में दिखाया गया है कि पालतू जानवर रखना कितना मज़ेदार होता है। लेकिन साथ ही, कितनी चुनौतियां और ज़िम्मेदारी का काम भी होता है। डॉग पालने से बहुत सारी सीख भी मिलती है। मार्ले के मालिकों को मार्ले की हरकतें कभी हंसाती हैं, तो कभी परेशान करती हैं, लेकिन उसका प्यार और वफादारी सारी टेंशन और उदासी दूर कर देती है।

ये सारी फिल्में कुत्तों की वफादारी और प्यार के साथ-साथ, इंसानों के उनके पालतू जानवर के लिए भावनाओं और अपनेपन की कहानी भी कहती हैं।

अपनी फेवरेट फिल्म के बारे में कमेंट में ज़रुर बताएं। ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए सोलवेदा हिंदी पर बने रहें।

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