टीचर्स डे

व्यक्तित्व के विकास के लिए बच्चों के जीवन में सही शिक्षक क्यों है ज़रूर

शिक्षकों के बताए रास्ते पर चलने से हमारे चरित्र निर्माण तो होता ही है, साथ ही हमें सही मागर्दशन भी मिलता है। यह हमारे भविष्य को बेहतर बनाने के लिए बहुत ज़रूरी है। इसलिए शिक्षकों का स्थान माता-पिता से भी ऊंचा माना जाता है।

मां-पिता तो हमें जन्म देते हैं, लेकिन उसके बाद सही और गलत का फर्क हमें शिक्षक ही सिखाते हैं, जिससे हमारे जीवन का सफर बहुत आसान हो जाता है। शिक्षकों के बताए रास्ते पर चलने से हमारे चरित्र निर्माण तो होता ही है, साथ ही हमें सही मागर्दशन भी मिलता है। यह हमारे भविष्य को बेहतर बनाने के लिए बहुत ज़रूरी है। इसलिए शिक्षकों का स्थान माता-पिता से भी ऊंचा माना जाता है। शिक्षक बिना किसी लालच या भेद-भाव के हमारे अंदर की कमियों को दूर करते हैं और हमें बेहतर इंसान बनाने के लिए काफी मेहनत करते हैं।

टीचर्स डे स्टूडेंट्स के लिए बहुत ही विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह उन गुरुओं को सम्मान देने का दिन है, जिन्होंने हमें तराशा है, साथ ही जिन्होंने अपने समर्पण और ज्ञान से अनगिनत लोगों के जीवन को सही आकार देते हैं।

तो चलिए सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में हम आपको शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) के बारे में बताते हैं। इसके साथ ही हम इस बात पर भी चर्चा करेंगे कि बच्चों के जीवन में सही शिक्षक क्यों ज़रूरी हैं और बच्चों के व्यक्तित्व विकास में शिक्षक कैसे मददगार होते हैं।

शिक्षक दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? (Shikshak Divas kab aur kyu manaya jata hai?)

भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। पहली बार शिक्षक दिवस 1962 में मनाया गया था। कहा जाता है कि एक बार डॉ राधाकृष्णन के कुछ स्टूडेट्स ने उनका जन्मदिन मनाने का फैसला किया। इसको लेकर स्टूडेंट्स उनसे अनुमति लेने के लिए पहुंचे। इस दौरान डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा “मेरा जन्मदिन अलग से मनाने की जगह अगर शिक्षक दिवस के तौर पर मनाया जाए, तो मुझे गर्व महसूस होगा और अच्छा लगेगा।” इसके बाद से ही हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाने लगा।

शिक्षक दिवस का महत्व (Shikshak Divas ka mahtv)

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा था कि पूरी दुनिया ही स्कूल है। हर जगह से हमें कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। जीवन में एक शिक्षक हमें सिर्फ पढ़ाते ही नहीं हैं बल्कि जीवन के अनुभवों से गुज़रने के दौरान अच्छे बुरे के बीच में फर्क करना भी सिखाते हैं। शिक्षक हमें बताते हैं कि ज़िंदगी में कुछ अच्छा और ज्ञानवर्द्धक सीखने को मिले, तो उसे तुरंत अपना लेना चाहिए। शिक्षक पढ़ाते समय किताबी बातें बताने से ज़्यादा इस चीज़ पर ज़ोर देते हैं कि हमारा बौद्धिक विकास ज़्यादा से ज़्यादा हो।

बच्चों के जीवन में सही शिक्षक क्यों है ज़रूरी? (Bachhon ke jeevan mein sahi shikshak kyun hai zaroori?)

बच्चे जैसे-जैसे बड़े होते जाते हैं, उन्हें समाज से सामंजस्य बैठाने और जीवन को सही तरीके से जीने के लिए सीख की ज़रूरत होती है। परिवार के लोग हमें बोलना सहित अन्य कई चीज़ों के बारे में सिखा देते हैं, लेकिन गुरु हमें जीवन का सार बताते हैं। वे हमें यह सिखाते हैं कि हम ज्ञान की प्राप्ति कैसे कर सकते हैं और जो ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं, उसका सही तरीके से कैसे उपयोग कर सकते हैं।

ज़िंदगी को नए आयाम देने के लिए ज़रूरी हैं शिक्षक (Zindagi ko naye aayam dene ke liye zaroori hai shikshak)

हर इंसान जो इस पृथ्वी पर जन्म लेता है, उसका सपना होता है वो जीवन में नई ऊंचाई को छूए। वो जीवन में जो लक्ष्य तय करता है, उसको पूरा करे। शिक्षक लोगों के जीवन में एक सीढ़ी की तरह होते हैं, जो मंज़िल तक पहुंचने में हमारी मदद करते हैं। शिक्षक बच्चों को पढ़ा-लिखाकर इस काबिल बनाते हैं कि वह सपनों को हकीकत में जी सके। ज़िंदगी तब भी जी जा सकती है, जब उसमें शिक्षक मौजूद न हों, लेकिन शिक्षक के होने से ज़िंदगी का अर्थ हमें बेहतर ढंग से समझ आता है।

आगे बढ़ने में शिक्षक करते हैं मदद (Aage badhane mein shikshak karte hain madad)

शिक्षक बच्चों को सही मार्गदर्शन देते हैं। किसी की सफलता में शिक्षक का हाथ ज़रूर होता है। सोचिए आप इंजीनियर हैं और काफी अच्छा पैसा कमा रहे हैं, लेकिन आखिरकार ये कैसे संभव हुआ। जब इसके बारे में सोचेंगे, तो आपको पता चलेगा कि शिक्षक ने आपको इस तरह से ज्ञान दिया और आपकी स्किल को तराशा, जिसकी वजह आप जीवन में यहां तक पहुंचे। ऐसा कई बार होता है कि हमारे शिक्षक अपना कुछ बनने का सपना पूरा नहीं कर पाएं हों, लेकिन वो शिक्षक बनकर हम जैसे कईयों का सपना साकार करने में मदद करते हैं।

अंधकार में दीपक के जैसे हैं शिक्षक (Andhkar mein deepak ke jaise hain shikshak) 

शिक्षक का मुख्य काम होता है, बच्चों को सही ज्ञान देना। यह ज्ञान हमारे सबसे ज़्यादा काम तब आता है, जब हम बड़े हो जाते हैं और दुनिया की भाग-दौड़ में कूद पड़ते हैं। शिक्षक की बताई गईं बातें हमें एक नई लड़ाई के लिए, एक नए पड़ाव के लिए और एक नई जीत के लिए तैयार करती हैं। अगर इस लड़ाई में एक दो बार हार भी जाते हैं और चारों ओर से अंधकार से घिर जाते हैं तो शिक्षक हमें किसी दीपक की तरह रौशनी दिखाते हैं, दोबारा उठने और लड़ने की हिम्मत देते हैं। इसलिए हमारे जीवन में एक बेहतर शिक्षक का होना बहुत ज़रूरी है।

इस आर्टिकल में हमने आपको शिक्षक दिवस और जीवन में शिक्षक की अहमियत के बारे में बताया। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं। साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी। आप सभी को टीचर्स डे की हार्दिक शुभकामनाएं।

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