सर्दी के मौसम में खुद को एक्टिव और प्रॉडक्टिव रखने के 10 तरीके

एक तरफ जहां सर्दियों का समय चाय की चुस्की और गहरी नींद का होता है, वहीं दूसरी ओर ये आपकी क्रिएटिविटी और फोकस को बढ़ाने का शानदार मौका है। ये वो मौसम है जब आप अपने दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव करके बड़े बदलाव महसूस कर सकते हैं।

सर्दी की ठंडी हवा और रजाई में लिपटने का सुकून बहुत ही मज़ेदार होता है, लेकिन इसके कारण हम काम के मामले में सुस्त हो जाते हैं। इसके कारण सुबह जल्दी उठने का मन नहीं करता और आलस हमारा पीछा नहीं छोड़ता। ऐसे में कई बार हम अपनी एनर्जी और जोश को खो देते हैं। लेकिन शायद हमें ये मालूम नहीं है कि सर्दी का मौसम असल में अपने लक्ष्यों को पाने का बेहतरीन समय हो सकता है। 

जब चारों तरफ ठंड हो और वातावरण पूरी तरह से साफ-सुथरा हो, तो आपका शरीर और दिमाग नई ऊर्जा से भर सकता है, लेकिन इसके लिए जो सबसे ज़रूरी है, वो है सही तरीके को अपनाना। एक तरफ जहां सर्दियों का समय चाय की चुस्की और गहरी नींद का होता है, वहीं दूसरी ओर ये आपकी क्रिएटिविटी और फोकस को बढ़ाने का शानदार मौका है। ये वो मौसम है जब आप अपने दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव करके बड़े बदलाव महसूस कर सकते हैं। 

तो चलिए सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में हम आपको यही बताएंगे कि आप अपने आप को सर्दी के मौसम में एक्टिव और प्रॉडक्टिव कैसे रख सकते हैं। साथ ही हम आपको से भी बताएंगे कि आखिर ठंड में इतना आलस क्यों आता है। 

ठंड के मौसम में आलस क्यों आता है? (Thand ke mausam mein aalas kyun aata hai?)

ठंड के समय में आलस आना नॉर्मल बात है और इसके पीछे कई कारण होते हैं। सबसे बड़ी वजह होती है तापमान का गिरना। ठंड में हमारा शरीर गर्मी बनाए रखने के लिए ज़्यादा ऊर्जा खर्च करता है, जिससे हम जल्दी थकान महसूस करने लगते हैं। साथ ही सूरज की रौशनी भी कम हो जाती है, जिससे शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन कम बनता है। ये हार्मोन हमें एक्टिव महसूस कराने में मदद करता है। 

ठंड के समय में दिन छोटे और रातें लंबी होती हैं, जिससे हमारे सोने का समय बढ़ जाता है। ऐसे में नींद ज़्यादा आती है और उठने में आलस महसूस होता है। इसके अलावा गर्म बिस्तर से बाहर निकलना किसी जंग से कम नहीं लगता। साथ ही मौसम का असर हमारे मूड और मोटिवेशन पर भी पड़ता है। ठंड में लोग अक्सर रजाई में आराम करना या गर्म खाने-पीने का लुत्फ उठाना पसंद करते हैं, जो एक आलसी दिन की परिभाषा बन जाता है। लेकिन थोड़ी एक्सरसाइज और रूटीन में बदलाव से इस आलस पर काबू पाया जा सकता है।

सर्दी के मौसम में खुद को एक्टिव और प्रॉडक्टिव रखने के तरीके (Sardi ke mausam mein khud ko active aur productive rakhne ke tareeke) 

एक्टिविटी से करें सुबह की शुरुआत 

ठंड के मौसम में सुबह जल्दी उठने में मुश्किल होती है, लेकिन अगर हम अपनी सुबह की शुरुआत एक अच्छी एक्टिविटी से करेंगे, तो दिनभर एनर्जी बनी रहेगी। वॉक पर जाएं, हल्की स्ट्रेचिंग करें या फिर योगा करें। इससे आप एक्टिव मोड में रहेंगे और बेहतर तरीके से अपने काम को पूरा कर पाएंगे। 

ठंड से बचने के लिए सही कपड़े पहनें 

सर्दी के मौसम में सही कपड़े पहनने बहुत ज़रूरी हैं। गर्म कपड़े, स्कार्फ, दस्ताने और टोपी का इस्तेमाल करें, जिससे आपके शरीर का तापमान नियंत्रित रहे और ठंड आपको बीमार न करे। जब आपका शरीर आरामदायक रहेगा, तो आप ज़्यादा फोकस्ड और एक्टिव रह पाएंगे।

स्वस्थ और गर्माहट देने वाला खाना खाएं

सर्दियों में हमारी डाइट का खास ख्याल रखना ज़रूरी है। ऐसे खाने को प्राथमिकता दें, जो शरीर को गर्माहट और ऊर्जा दे, जैसे सूप, गुड़, ड्राई फ्रूट्स और सर्दियों में मिलने वाली हरी सब्जियां। इनसे शरीर को ज़रूरी पोषण मिलता है और आलस्य दूर होता है।

पर्याप्त नींद लें

सर्दियों में अच्छी नींद लेना बहुत ही ज़रूरी होता है। ठंड के मौसम में हमारा शरीर अधिक आराम की मांग करता है। लेकिन ओवरस्लीपिंग से बचें। हर रात 7-8 घंटे की नींद लें ताकि आप तरोताज़ा महसूस करें।

सूर्य की रौशनी का फायदा उठाएं

सर्दी में सूरज की रौशनी कम मिलती है, जिससे हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है। सुबह या दिन के समय थोड़ी देर धूप सेंकने की आदत डालें। इससे आपकी मूड और एनर्जी लेवल में सुधार होगा।

काम का समय निर्धारित करें

सर्दी के मौसम में काम को टालने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है। इसके लिए ज़रूरी है कि आप अपने कामों को प्लान करें और एक टाइमटेबल बनाएं। अपने सबसे महत्वपूर्ण काम सुबह के समय करें, जब एनर्जी लेवल सबसे ज़्यादा होता है। अगर आप वर्क फ्रॉम होम करते हैं तो प्रोफेशनल कपड़ों में तैयार रहें और कोशिश करें मेज और कुर्सी पर बैठकर काम करने का। कंबल में लेते रहने से आलस और नींद आती है, जो काम में खलल डाल सकता है। 

हाइड्रेटेड रहें

ठंड के कारण सर्दियों में पानी कम पिया जाता है, लेकिन हमारे शरीर को हाइड्रेटेड रखना उतना ही ज़रूरी है। गुनगुना पानी, हर्बल टी या ग्रीन टी का सेवन करें। यह न केवल शरीर को डिटॉक्स करता है, बल्कि ठंड में भी गर्माहट का एहसास कराता है।

ब्रेक लेना न भूलें

कई बार लगातार काम करने से ऊर्जा खत्म हो जाती है। इसलिए अपने काम के बीच-बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लें। ब्रेक के दौरान हल्का वर्कआउट या कोई एक्टिविटी करें जिससे आपका दिमाग और शरीर रिफ्रेश हो सके।

फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं

सर्दी में आलस और सुस्ती हावी होती है, लेकिन आपको इससे बचने के लिए फिजिकल एक्टिविटी पर ध्यान देना चाहिए। साइक्लिंग करना, रनिंग करना, या इनडोर वर्कआउट करने जैसे विकल्प अपना सकते हैं। यह न केवल शरीर को एक्टिव रखता है बल्कि मानसिक रूप से भी फुर्तीला बनाता है।

सकारात्मक सोच बनाए रखें

सर्दियों में कई लोग उदासी या लो एनर्जी फील करते हैं, जिसे विंटर ब्लूज कहा जाता है। इसे दूर रखने के लिए अपने दिन की शुरुआत पॉजिटिव थिंकिंग और मोटिवेशनल बातें सुनकर या पढ़कर करें। खुद को अच्छे लोगों के साथ जोड़े रखें और अपने आसपास का माहौल खुशनुमा बनाएं।

इस आर्टिकल में हमने आप सर्दी के मौसम में एक्टिव और प्रॉडक्टिव कैसे रह सकते हैं, इसके बारे बताया। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं। साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी।

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