कौन नहीं चाहता है कि उसे उसके काम के लिए सराहा जाए, प्रोमोशन मिले और अच्छा इंक्रीमेंट मिले। हालांकि, यह इच्छा सब की पूरी नहीं होती। एक ऑफिस में कुछ ही ऐसे लोग होते हैं, जिन्हें उनके अच्छे काम के लिए प्रोमोशन मिल पाता है और सैलेरी भी बढ़ जाती है।
मेरी दोस्त मुस्कान बहुत सालों से एक प्राइवेट कंपनी में काम कर रही थी। इतने सालों से काम करने के बावजूद भी न उसे कोई प्रोमोशन मिला और न ही सैलेरी में इज़ाफा हुआ। वहीं दूसरी तरफ उसकी एक कलीग, जिसने एक साल पहले ही काम शुरू किया और उसे न केवल प्रोमोशन मिल गया बल्कि सैलेरी भी डबल हो गई। वहीं मेरी दोस्त ने जब अपने बेहतर काम के लिए अपने बॉस को सामने से जाकर प्रोमोशन के लिए कहा, तो उन्होंने उसकी बात टाल दी।
इससे मुस्कान बहुत परेशान हो गई। काम को पूरी मेहनत और लगन से करने के बाद भी तरक्की न मिलने से उसने नौकरी छोड दी और दूसरी जगह काम करने लगी। लेकिन, दूसरी जगह भी उसकी मेहनत को कोई सराहना न मिली। इससे वो और भी ज़्यादा परेशान हो गई और अपनी किस्मत को कोसने लगी। लेकिन, क्या इसमें सच में उसकी किस्मत की गलती थी? कई बार हमें दिन-रात ऑफिस के काम में लगे रहने के बाद भी तरक्की नहीं मिल पाती और जिसने इतनी मेहनत भी नहीं की उसे आसानी से मिल जाती है, तो इसमें गलती हमारी किस्मत की नहीं बल्कि हमारे काम करने के तरीके की है।
कभी-कभी हम ज़्यादा मेहनत करने के बाद भी उस मेहनत का प्रदर्शन करने में चूक रहे होते हैं। मेहनत का प्रदर्शन करने का मतलब काम करने का दिखावा करना नहीं है बल्कि इस तरह से काम करना है कि उससे हमारी मेहनत सबके सामने आए। हमें अपने व्यक्तित्व को एक लीडर के रूप में ढालने की ज़रूरत है और अपने काम करने के तरीकों को बदलने की ज़रूरत है। बस कुछ बदलाव से ही ज़िंदगी बदली जा सकती है, इस बात का मतलब तो आप भी समझते होंगे न? तो फिर चलिए करते हैं कुछ बदलाव और अपनाते हैं कुछ नौकरी में तरक्की के उपाय जो ले जाएंगे हमारे करियर को ऊंचाइयों पर।
नौकरी में तरक्की की ज़रूरत क्यों होती है? (Naukari mein tarakki ki zarurat kyon hoti hai?)
अपनी प्रतिभा को बनाए रखने के लिए कर्मचारियों को काम में प्रोमोशन मिलना बहुत ज़रूरी हो जाता है। कर्मचारी चाहते हैं कि उनकी पहचान उनके काम में लगन के आधार पर की जाए और उन्हें आगे बढ़ने के लिए उचित मुआवजा दिया जाए। नौकरी में पदोन्नति या प्रोमोशन कर्मचारी को काम के प्रति ज़्यादा समर्पित और ईमानदार होने के लिए प्रेरित करती है। वो खुश होकर और पूरी मेहनत से अपना ध्यान काम में लगा पाता है। इसके लिए एक स्पष्ट कर्मचारी पदोन्नति नीति (Promotion Policy) बनाना ज़रूरी है, ताकि कर्मचारी अपनी मेहनत का पूरा फल ले सकें। आइए अब देखते हैं क्या हैं नौकरी में तरक्की के मंत्र या नौकरी में तरक्की के उपाय।
नौकरी में तरक्की के उपाय (Naukari mein tarakki ke upay)
भूल कर भी न करें मल्टीटास्किंग
काम के दौरान मल्टिटास्किंग करना अच्छा आइडिया नहीं है। अगर आप कोई काम कर रहे हैं तो भूलकर भी मल्टिटास्किंग में न पड़ें। कभी भी बेवजह कई सारे काम अपने सिर पर न लें। कई स्टडीज में भी यह बात सामने आई है कि मल्टिटास्किंग प्रोफेशनल तरीके से काम पूरा करने के लिए कारगर नहीं है। इससे सिर्फ आपका बोझ बढ़ेगा और जो काम पहले से आपके हाथ में है, उसको भी पूरी लगन और फोकस के साथ करने में दिक्कत होती है।
बेहतर होगा पहले समझ लेना
अगर कोई काम समझ में न आये तो उसे अपने सीनियर्स से पूछ लें। जब तक पूरी तरह समझ न आए, तब तक उस काम को शुरू न करें। अधूरा ज्ञान बहुत सारे कामों को बिगाड़ देता है।
मदद लेने और देने की आदत अपनाएं
दफ्तर में अपने साथियों से मदद लेने में हिचकिचाएं नहीं। इससे आपको काम में एक हेल्पिंग हैंड मिल जाएगा। यह ज़रूरी नहीं कि आप हर काम अकेले ही करें। ऐसा करने से आप पर ज़्यादा लोड तो बना रहेगा ही, साथ ही आपको टीम वर्क के दौरान भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। प्रोफेशनल लाइफ में आप अपने साथियों से कटकर नहीं रह सकते। इससे आपके काम में अड़चने आएंगी। इसलिए यह ज़रूरी है कि आप अपने साथियों से मदद मांगने में घबराए नहीं और ज़रूरत पड़ने पर उनकी भी मदद करने के लिए तैयार रहें।
ऑफिस एक्टिविटीज में आगे रहें
कर्मचारी अक्सर ऑफिस में चल रही एक्ट्रा एक्टिविटीज से दूर रहने की कोशिश करते हैं या उनमें पार्टिसिपेट करने से डरते हैं। लेकिन, कभी डरें नहीं बल्कि बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें। ऐसा करने से आप अंदर से एक्टिव और ज़्यादा खुश रहेंगे।
नई ज़िम्मेदारियां लें
अपने काम में आए नये चैलेंजेस को स्वीकार करें। ज़िम्मेदारियों से डरें नहीं, उन्हें स्वीकार करें। जब आप नई ज़िम्मेदारी लेंगे तो आप हर बार कुछ नया सीखेंगे।
एक लीडर की तरह सोचें
भले ही आप एक कर्मचारी है, पर किसी भी काम को एक लीडर की तरह सोच कर करें और बेहतर से भी बेहतर करने की कोशिश करें।
प्रोडक्टिविटी का ध्यान रखें
कोई भी एजेंसी और कंपनी अपने कर्मचारियों से उनका 100% योगदान चाहती है। तो आप भी अपने काम का 100% दें। जितना हो सके वर्क प्रोडक्टिविटी का ध्यान रखें।
ऑफिशियल मीटिंग्स में हिस्सा लें
जब भी कंपनी में कोई मीटिंग हो, उसमें होने वाली बातों को ध्यान से सुनें। अपने सुझावों को सबके सामने सही तरह से रखें। दूसरों को भी बोलने का मौका दें और क्रिटिसिज़्म का सामना करना भी सीख लें।
ये कुछ ऐसे नौकरी में तरक्की के उपाय हैं, जिनको फॉलो करके आप नौकरी में तरक्की हासिल करने में बहुत हद तक सफल हो सकते हैं। ऐसे ही और हेल्पफुल आर्टिकल आप सोलवेदा हिंदी पर पढ़ सकते हैं।