महिलाएं अधिक प्रभावशाली क्यों होती हैं, जानने के लिए पढ़ें

क्या यह उनकी ईमानदारी या कड़ी मेहनत, दृढ़ता या गर्मजोशी या करुणा-भाव है, जो उन्हें इस धरती पर सबसे अलग बनाता है? जानने के लिए पढ़ें ये लेख।

जब कभी किसी से पूछा जाता है कि आपके जीवन का सबसे प्रभावी व्यक्ति कौन है? अधिकतर लोगों का जवाब होता है ‘उनकी मां’। नारी से ही जीवन की शुरुआत होती है। उनके पास एक अनोखी शक्ति होती है। इससे वे न केवल अपने बच्चों का पालन-पोषण व भविष्य संवारती हैं, बल्कि अपने आसपास के लोगों, सहकर्मियों, घर-परिवार, समुदाय को भी प्रभावित करती हैं। हाल ही में, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी ऐसी कई महिलाएं हैं, जो अपने ज़रिए कई लोगों को प्रेरित कर रही हैं, इसलिए उन्हें प्रभावशाली महिला (Influential woman)  कहा जाता है।

महिलाओं को कोई भी भूमिका निभाने के लिए दीजिए, वे हर किरदार में नम्रता के साथ ढल जाती हैं, यही उन्हें प्रभावशाली महिला बनाता है। चाहे उन्हें चेंज-मेकर, विश्वसनीय, मार्गदर्शक, संगी-साथी कोई भी नाम दीजिए, सहजता और सरलता उनकी सभी चीज़ों में दिखाई देगी। यहां एक सवाल उठता है कि कौन सी बातें महिलाओं को एक प्रभावशाली महिला बनाता है? क्या यह उनकी ईमानदारी या कड़ी मेहनत, दृढ़ निश्चय या गर्मजोशी या दया भाव के कारण संभव होता है? यह महिलाओं में पूरे संसार को समेटे हुए है।

खेल, राजनीति, फैशन, फिटनेस या सक्रियता हो, महिलाएं अपने काम में आसानी से ढल जाती हैं। जिस तरह संपत देवी पाल के नेतृत्व में ‘गुलाबी गैंग’ उत्पीड़न और घरेलू शोषण को उखाड़ने के लिए अनगिनत ग्रामीण महिलाओं की ताकत बन गई। उसी तरह कई प्रभावशाली महिलाओं के ऑनलाइन आंदोलनों ने इतिहास के पन्नों में बड़ा बदलाव किया है। तीन महिलाओं द्वारा शुरू किया गया हैशटैग #BlackLivesMatter सांवले रंग के समुदाय द्वारा नस्लवाद की कहानियों को समाज के सामने उजागर करने का माध्यम बना। जब तराना बर्क द्वारा #MeToo आंदोलन शुरू किया गया, तो दुनिया भर में कई महिलाओं ने पहली बार अपनी कहानियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया और उन्हें समर्थन भी प्राप्त हुआ।

अपनी आवाज़ उठाने के संघर्ष से लेकर विश्व पटल पर सुने जाने तक महिलाएं अपने जीवन के तमाम अनुभवों व कहानियों से गुजरती हैं। जैसे वे अपनी स्वतंत्रता ढूंढती हैं, जीवन में अपना रास्ता खुद बनाती हैं और दूसरों को अपने लक्ष्य हासिल करने में मदद भी करती हैं।

सोलवेदा ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कुछ प्रभावशाली महिलाओं से जानना चाहा कि वे हमेशा #IAmMyOwnWoman कहना ही क्यों पसंद करती हैं? उनका जवाब था कि जब ईमानदारी और मेहनत का संयोजन सोशल मीडिया की हैशटैग की शक्ति के साथ होता है, तो वह लोगों के ज़ेहन में एक स्मृति बन कर उतर जाता है।

  • कनीज़ सुरका

    इम्प्रोव आर्टिस्ट और कॉमेडियन

    हमें आसपास के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं और यह सिर्फ महिलाओं तक ही सीमित नहीं होना चाहिए। हां, ऐसा हो सकता है कि हमारे जीवन की शुरुआत ही महिलाओं से होती है, तो वह हमें प्रभावित करती हैं। इसका एक कारण यह भी है कि हम अपने जीवन का शुरुआती समय भी महिलाओं के साथ ही बिताते हैं, जो हमारी मां, दादी, नानी या बहन हो सकती हैं।

    मुझे जिसमें विश्वास है और मैं जो पसंद करती हूं, मैं काम भी वही करती हूं। मैं खुद के प्रति ईमानदार रहती हूं व अपने विचारों का ही अनुसरण करती हूं। इसके अलावा जिससे मुझे खुशी मिलती है, वही करती हूं। यदि आप किसी को प्रभावित करते हैं, तो मेरे हिसाब से यह आपके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। मुझे लगता है कि अगर मैंने कभी किसी को प्रभावित किया होगा, तो वह मेरे कामों के कारण ही संभव हुआ होगा। शायद इसलिए मैं लोगों की नज़र में प्रभावशाली महिला हूं।

    मुझे एक महिला होने की बेहद खुशी है, क्योंकि मैं पूर्ण रूप से एक स्वतंत्र महिला हूं। मुझे हमेशा से सिखाया गया था कि मेरे लिए हमेशा एक पुरुष खड़ा रहेगा। लेकिन मैं आत्मनिर्भर हूं और किसी भी पुरुष पर निर्भर नहीं हूं। सामाजिक तौर पर हो सकता है कि यह कोई आम बात न हो। इसलिए मुझे लगता है कि यही मुझे पूर्ण रूप से नारी और एक प्रभावशाली महिला बनाता है।

  • मितुषी अजमेरा

    फिटनेस ट्रेनर और स्पोर्टस न्युट्रिशनिस्ट

    महिलाएं एक अच्छी कहानीकार होती हैं, क्योंकि वे अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में सक्षम और किसी के प्रति सहानुभूति रखती हैं। जैसा कि लोगों को रियल स्टोरी पढ़ना या जानना अधिक पसंद है। इससे लोग प्रेरणा लेते हैं या लाइफस्टाइल हैक्स के लिए वास्तविक लोगों को फॉलो करते हैं। यही कारण है कि महिलाएं सोशल मीडिया पर अधिक आकर्षक और प्रभावशाली महिला के रूप में दिखाई देती हैं।

    मेरे स्वस्थ रहने के नज़रिए ने मुझे वास्तविक और व्यावहारिक बनने के साथ-साथ उन लोगों के साथ सही तालमेल बिठाने में मदद की, जिन्हें लगता है कि स्वस्थ या फिट रहना सिर्फ एक एथलीट के लिए ज़रूरी है। स्वस्थ रहने के लिए मैं लोगों के साथ अपने द्वारा किए गए प्रयासों और संघर्षों को साझा करती हूं। इससे लोग खुद को मेरी पोस्ट के साथ बेहतर ढंग से जोड़ पाते हैं।

    मुझे फिटनेस ट्रेनर के रूप में आसानी से स्वीकार नहीं किया गया था, क्योंकि फिटनेस इंडस्ट्री पुरुष-प्रधान है। लेकिन मेरे दृढ़ निश्चय और प्रोफेशनल नज़रिए ने मेरे लिए एक अलग ही रास्ता तैयार किया। मैंने पहले फिटनेस के लिए सुरक्षा के नियम और सही तरीकों के बारे में लोगों को बताया। इससे लोगों ने मुझ पर विश्वास किया और उन्होंने मुझे किसी अन्य पुरुष प्रशिक्षक से ज़्यादा पसंद करना शुरू कर दिया।

    मेरी चोटें ही मेरा सबसे बड़ा सबक हैं और इसी ने मुझे एक अच्छी शिक्षिका बनाया है। इससे मैं लोगों की नज़र में प्रभावशाली महिला हो सकती हूं। मुझे ऐसा लगता है कि मेरी इन्हीं चोटों ने मुझे दिन-ब-दिन मज़बूत महिला बनने में मदद की है और मुझे इस बात पर गर्व है।

  • मोनिका टाटा

    इलुस्ट्रेटर और कॉमिक-मेकर

    मैं जब कभी भी उन महिलाओं की कहानियां सुनती हूं, जिन्होंने पितृसत्ता, उत्पीड़न और हिंसा के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, तो यह मुझे काफी प्रभावित करता है। जो अनेक बाधाओं के बावजूद आगे बढ़ रहा हो, सही मायने में वे प्रभावशाली महिलाएं हीरो हैं।

    अब मैं खुद के लिए बेफिक्र रहती हूं और मुझे लगता है कि यह मेरे लिए एक बड़ा मुकाम है। मैं अब वास्तव में संतुष्ट और ज़मीन से जुड़ी हूं। बढ़ती उम्र में मैं अपनी त्वचा की झुर्रियों को लेकर परेशान रहती थी। लेकिन अब यह भावना खत्म हो चुकी है, जो उम्र का तकाजा या मेच्योरिटी हो सकती है। बेशक आप व्यवसायिक और व्यक्तिगत तौर पर सीखते हैं, लेकिन मेरे हिसाब से जितना ज़्यादा आप खुद को जानेंगे, उतना ही आपका संघर्ष कम होगा। वक्त बीतेगा और आप खुद को ज़्यादा खूबसूरती से समझ पाएंगे।

  • नताशा

    लेखक और फूड ब्लॉगर

    80 के दशक तक हमारा समाज आमतौर पर पितृसत्तात्मक था। वक्त बीतता गया और महिलाओं ने खुद को बेहतर तरीके से सशक्त किया। महिलाएं अपने करियर को अधिक गंभीरता से लेने लगी और उनकी सफलता के कारण ही समाज ने उन्हें गंभीरता से लिया। ऐसे समय में जब पुरुष सभी शीर्ष पदों पर नियुक्त थे, तब बादलों के बीच से निकली रोशनी की तरह ही किरण बेदी, इंदिरा नुई, किरण मजूमदार शॉ और इनके जैसी कई अन्य प्रभावशाली महिलाओं की कहानियां समाज तक पहुंची, जिसने आने वाली पीढ़ियों को एक नए कल का संदेश दिया।

    हर इंसान की अपनी एक कहानी होती है। मैंने अपनी कहानी को लोगों तक पहुंचाया और उन्हें बताया कि वे अकेले नहीं हैं। एक TEDx स्पीकर और सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर होना बहुत ही अच्छा अनुभव है, क्योंकि यह मेरी आवाज़ को सार्वजनिक मंच देने में मदद करता है।

    महिलाओं को एक-दूसरे को नीचा दिखाने की बजाय एक-दूसरे को सशक्त बनाने में मदद करनी चाहिए। मेरी यही इच्छा है कि सोशल मीडिया के समय में कोई ट्रोलिंग न हो और सकारात्मक सराहना मिले।

    इस दुनिया में हर व्यक्ति का खुद का वजूद है। मैं किसी और जैसा बनने की ख्वाहिश नहीं रखती हूं, क्योंकि मैं खुद जैसी ही बन कर खुश हूं। जिस तरह हर व्यक्ति के अंगुलियों के निशान अलग-अलग होते हैं, उसी तरह मैं भी सबसे अलग हूं। अपनी स्वास्थ्य समस्या के बावजूद मैंने जीवन को पूरी तरह से जिया है। मुझे लगता है कि मेरे लिए इससे बड़ी उपलब्धि नहीं हो सकती है।

  • पायल सोनी

    प्लस-साइज मॉडल और फैशन ब्लॉगर

    महिलाएं सभी क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही हैं, चाहें वह घर का काम हो या हवाई जहाज उड़ाना या देश चलाना। प्रभावशाली महिलाएं कुछ भी हासिल कर सकती हैं। वे सभी स्थितियों में खुद को ढालने में सक्षम होती हैं। इसलिए उन्हें मल्टीटास्कर भी कहा जा सकता है, जो स्वाभाविक रूप से उन्हें मज़बूत और शक्तिशाली इंफ्ल्यूएंसर बनाता है।

    मेरा आत्मविश्वास ही मेरी ताकत है, जिससे मैंने सुंदरता के रूढ़ीवादी मानकों को तोड़कर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। सभी महिलाएं खुद में खूबसूरत होती हैं, वो चाहे किस भी तरह की हों। मैं महिलाओं को समाज के सौंदर्य मानक में नहीं ढलने के लिए प्रेरित करती हूं। उन्हें किस तरह से दिखना चाहिए, कपड़े पहनना चाहिए या बोलना चाहिए, वो सभी महिलाओं का अपना चुनाव होगा, ना कि समाज का।

    मैं अपने आत्मविश्वास द्वारा इन रूढ़ियों से लड़ती हूं। साथ ही इस विचार को बढ़ावा देती हूं कि हमारा आत्मविश्वास ही हमारी वास्तविक सुंदरता है।

    मैं छोटी-छोटी चीज़ों में खुशियां ढूंढती हूं। जो मुझे खुद से प्यार करने के लिए प्रेरित करती हैं। #IAmMyOwnWoman क्योंकि मैं समाज के पुराने विचारों के आगे नहीं झुकती हूं। मुझे खुद पर बतौर महिला गर्व है।