आज के समय में युवा खुद का बिजनेस करने की ओर ज़्यादा ध्यान दे रहे हैं। इसके कारण स्टार्टअप कल्चर पूरी दुनिया में काफी बढ़ गया है। सरकार भी इसको बढ़ावा दे रही है और इसकी वजह से इनोवेशन को भी खूब बढ़ावा मिला है। इससे लोगों को तो फायदा हुआ ही है, देश की इकोनॉमि (Economy) को भी बढ़ावा मिला है। युवाओं के बेहद यूनीक और इनोवेटिव आइडियाज़ से सभी को कुछ ना कुछ सीखने को मिला और रोज़गार के साधन भी बढ़ें।
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ वहां के इंडस्ट्री से होती है। इसकी बदौलत ही रोज़गार के नए अवसर पैदा होते हैं और सरकारी खज़ाने में भी टैक्स के रूप में पैसे आते हैं। रोज़गार से जहां आम लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक होती है, वहीं सरकार को भी फायदा होता है। इसलिए युवाओं का इस तरफ रूझान बढ़ता जा रहा है।
तो चलिए सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में हम विश्व उद्यमिता दिवस (World Entrepreneurship Day) के अवसर पर बताएंगे कि युवाओं के दिल में उद्यमिता का बीज बोना कितना ज़रूरी है। साथ ही हम यह भी बताएंगे कि विश्व उद्यमिता दिवस कब मनाया जाता है और इसको मनाने का कारण और महत्व क्या है।
कब मनाया जाता है विश्व उद्यमिता दिवस? (Kab manaya jata hai vishva Udyamita Divas?)
21 अगस्त को पूरी दुनिया में विश्व उद्यमिता दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य मकसद उद्योग के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का सम्मान करना है। यह दिन विश्व में कंपनियों के संस्थापक, मैनेजर, उद्योगपति और कर्मचारियों को समर्पित है। वैसे तो उद्यमिता का विचार कई सदियों से चला आ रहा है, लेकिन इस शब्द को औपचारिक रूप से 18वीं सदी के फ्रांसिसी इकॉनोमिस्ट जीन बैप्टिस्ट ने पहचान दिलाई।
युवाओं के नए आइडियाज़ और भारत की अर्थव्यवस्था (Yuvaon ke naye ideas aur Bharat ki arthvyvastha)
आज के समय में भारत में मेट्रो सिटी में ही नहीं बल्कि गांवों में भी नए-नए उद्योग धंधे लगाए जा रहे हैं। इनका नेतृत्व युवा कर रहे हैं। इससे रोज़गार के साधन तो बढ़ ही रहे हैं बल्कि देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होती जा रही है। पिछले कुछ दशकों में आइटी सेक्टर में पूरी दुनिया में भारत ने अपना लोहा मनवाया है। आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप बाज़ार है, जिसे देश के युवा लीड कर रहे हैं। भारत में बिजनेस माइंडेड युवाओं के बदौलत ही लगभग 1.25 लाख स्टार्टअप काम कर रहे हैं, जिसमें सीधे तौर पर 12 लाख युवा जुड़े हुए हैं।
युवाओं के बिजनेस आइडिया से बदलेगा देश (Yuvaon ke business Idea se badlega desh)
किस भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी है, वहां युवाओं की संख्या और उनका स्किल। स्किल्ड युवा देश की अर्थव्यवस्था की नींव होते हैं। भारत में युवाओं की आबादी काफी ज़्यादा है, जो हर दिन इनोवेशन और डेवलपमेंट में लगी है। ऐसे में ये भारत के बिजनेस इकोसिस्टम के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। तभी तो आज के दौर पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है और भारतीय बाज़ार के साथ-साथ यहां के युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए अलग-अलग तरह से प्रयास कर रही है।
नए-नए आइडियाज़ से युवा हो रहे हैं सशक्त (Naye-Naye Ideas se yuva ho rahe hain sashakt)
आज से कुछ दशक पहले तक भारत के युवाओं का रूझान सिर्फ नौकरी करने की ओर था, लेकिन समय के साथ-साथ ये बदला। अब अच्छी नौकरी के सपने देखने के साथ-साथ युवा खुद का भी कुछ करना चाहते हैं। इसके लिए वो अलग-अलग तरह से इनोवेशन कर रहे हैं। शहर में ही नहीं बल्कि गांव में भी युवा अलग-अलग तरह से बिजनेस कर रहे हैं और इसमें सरकार भी मदद कर रही है। भारत में युवाओं को बिजनेस से जोड़ने के लिए सरकार की ओर से भी मदद की जा रही है। इसके लिए केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक अलग-अलग स्कीम चला रही हैं, जिससे भारत के युवाओं को बिजनेस से जोड़ा जाए और नए अवसर के दरवाज़े खोले जाएं। इससे देश के युवा खुशियों के साथ जीवन जी रहे हैं।
इस आर्टिकल में हमने विश्व उद्यमिता दिवस के बारे में बताया। साथ ही बताया कि युवाओं का रूझान इस तरफ कैसे बढ़ रहा है। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें ज़रूर बताएं। इसी तरह की आर भी जानकारी के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी।