बॉलीवुड के 8 मोटिवेशनल डायलॉग छोड़ जाएंगे दिल पर गहरी छाप

एक तरह से कह सकते हैं कि फिल्म और उसके डायलॉग कहीं ना कहीं जीवन को अलग और पॉजिटिव तरीके से जीने का तरीका सिखाते हैं।

भारत में सिनेमा हर किसी के लिए धर्म की तरह है। लोग इससे मनोरंजन करने के साथ ही प्रेरणा की तरह भी लेते हैं और कई बार फिल्में देखकर वो अपना लक्ष्य भी तय करते हैं। फिल्म में जब कोई डायलॉग हीरो बोलता है, तो अक्सर वो इतना फेमस हो जाता है कि उसे सुनकर लोग कठिन से कठिन परिस्थिति में हौसला बनाए रखने की प्रेरणा पाते हैं। इसलिए कहा गया है कि फिल्म सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं है बल्कि इसमें बोले गए डायलॉग्स कभी-कभी जीवन कि वो सच्चाई बता देते हैं, जिसके बाद हमारे सोचने की राह ही बदल जाती है।

एक तरह से कह सकते हैं कि फिल्म और उसके डायलॉग कहीं ना कहीं जीवन को अलग और पॉजिटिव तरीके से जीने का तरीका सिखाते हैं। तो चलिए सोलवेदा हिंदी के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे ही फिल्मों के दमदार डायलॉग (Famous dialogues in Hindi) से रूबरू करवाएंगे, जो आपको मोटिवेट करेंगे।

बॉलीवुड के 8 मोटिवेशनल दमदार डायलॉग (Bollywood ke damdar dialogues in hindi) 

भगवान के भरोसे मत बैठो,
क्या पता वो हमारे भरोसे बैठा हो।

‘मांझी द माउंटेन मैन’ का यह डायलॉग काफी फेमस हुआ था। इस फिल्म में दशरथ मांझी का रोल करने वाले नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने डायलॉग से लोगों को बहुत प्रेरित किया था। इसमें बताने का प्रयास किया गया है कि हमें अपनी ओर से पॉजिटिव होकर प्रयास करते रहना चाहिए। किसी के भरोसे रहना सही नहीं है, खुद से पहल करते हुए हमेशा अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते रहना चाहिए।

सक्सेस के पीछे मत भागो, काबिल बनो, काबिल…
कामयाबी झक मार के पीछे आएगी।

‘थ्री इडिएट्स’ का यह डायलॉग ऑल टाइम हिट है। इसमें बताने का प्रयास किया गया है, सक्सेसफुल होने से पहले ज़रूरी है काबिल होना। सक्सेस तो एक झटके में मिल सकती है, लेकिन अगर हम काबिल नहीं हुए, तो उस सक्सेस को ज़्यादा देर संभालकर नहीं रख पाएंगे। वहीं, अगर हम काबिल होंगे, तो सही में सक्सेस मिलना और उसे बरकरार रखना हमारे लिए आसान हो जाएगा।

विश्वास और घमंड में बहुत कम फर्क है,
मैं कर सकता हूं, ये मेरा विश्वास है,
सिर्फ मैं ही कर सकता हूं, ये मेरा घमंड।

    

गजनी फिल्म काफी हिट रही थी। जिस तरह से फिल्म हिट हुई, उसी तरह से उसके डायलॉग भी काफी हिट हुए। उसी में से यह भी एक डायलॉग है। इस डायलॉग से मैसेज देने का प्रयास किया गया है कि विश्वास बहुत अच्छी चीज़ है, लेकिन यह ध्यान रखें कि बहुत ज़्यादा विश्वास भी खतरनाक होता है। इसलिए अपनी कामयाबी को कभी भी अपना घमंड ना बनने दें।

बड़े से बड़ा बिजनेस, पैसे से नहीं,
एक बड़े आइडिया से बड़ा होता है।

‘बदमाश कंपनी’ का यह डायलॉग काफी मोटिवेशनल है। इसमें बताने का प्रयास किया गया है कि जीवन में सफल होने के लिए आइडिया बहुत ज़रूरी है। अगर आपका आइडिया अच्छा रहा, तो आपको सफल होने से कोई रोक नहीं सकता है। लेकिन आइडिया सही नहीं है, तो सिर्फ पैसा लगाकर आप ज़्यादा बड़ा बिजनेस नहीं बना सकते हैं।

जब लोग तुम्हारे खिलाफ बोलने लगें,
समझ लो तरक्की कर रहे हो।

‘गुरु’ फिल्म बेहतरीन सिनेमा में से एक है। सिनेमा में इस डायलॉग को अभिषेक बच्चन ने बोला था। इस डायलॉग से यह समझाने का प्रयास किया गया है कि जीवन में लोगों की बेतुकी बातें इग्नोर करना बहुत ज़रूरी है। असल में लोग आपके बारे में बातें ज़्यादा तब करते हैं जब वो आपके जैसा नहीं बन पाते हैं। इस बात को अच्छे मायने में समझना भी बहुत ही ज़रूरी है। इसलिए आपके आसपास के लोग क्या बोल रहे हैं, इसपर ध्यान देने से ज़्यादा पॉजिटिव होकर प्रयास करते रहें, तभी सफलता और जीवन में खुशियां मिलेंगी।

लाइफ में सबसे बड़ा रिस्क होता है,
कभी ना रिस्क लेना।

‘बर्फ़ी’ सिनेमा का यह डायलॉग बहुत ही बेहतरीन है। इसमें बताया गया है कि जीवन में रिस्क लेना बहुत ज़रूरी है। अगर आप रिस्क नहीं ले रहे हैं, तो आप शायद जीवन का असली मज़ा नहीं ले रहे हैं।

कश्ती लहरों से टकराएगी,
तो ही किनारे नसीब होंगे।

‘वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई’ का यह डायलॉग काफी फेमस है। इस फिल्म में हीरो का रोल अदा कर रहे अजय देवगन ने इसको बहुत ही शानदार तरीके से पेश किया है। इस डायलॅग के माध्यम से बताने का प्रयास किया गया है कि जीवन में परेशानी से ही सही रास्ता निकलता है। इसलिए जीवन में बाधा आने पर उससे घबराने की ज़रूरत नहीं है बल्कि उसका सामना करने की ज़रूरत है।

ज़िंदगी जीने के दो ही तरीके होते हैं-
एक जो हो रहा है होने दो, बर्दाश्त करते जाओ
या फिर ज़िम्मेदारी उठाओ उसे बदलने की।

‘रंग दे बसंती फिल्म’ का यह डायलॉग जीवन को सही तरीके से जीना सिखाता है। इस डायलॉग में बताने का प्रयास किया गया है कि या तो जीवन में परेशानियों का सामना करने के लिए तैयार रहें, वरना जो हो रहा है उसे चुपचाप बर्दाश्त करते जाएं।

बॉलीवुड मूवी का कौन-सा मोटिवेशनल डायलॉग आपका फेवरेट है, हमें ज़रूर बताएं। ऐसे ही और मोटिवेशन पाने के लिए पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी।