74 मिलियन टन खाने की बर्बादी को कैसे रोकें, ज़ीरो वेस्ट किचन से?

हमारे देश से भूखमरी खत्म नहीं हुई है। आज के दिन में भी लोग भूखे मर रहें हैं। ऐसे में अगर हमें दो वक्त का खाना मिल रहा है तो हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम एक दाना भी बर्बाद ना करें।

एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर वर्ष लगभग 74 मिलियन टन खाना बर्बाद कर दिया जाता है। इस आंकड़े को सुनकर हम सब सोच में पड़ जाते हैं कि आखिर इतना खाना बर्बाद कैसे हो रहा है। लेकिन, आप सोचकर कर देखें, जब हमें कुछ खाने का मन नहीं करता और अगर हम उसे फेंक देते तो वह खाना कचरे में चला जाता है। अब हिसाब लगाइए कि सिर्फ एक निवाला खाना ही पूरे देश का हर इंसान सिर्फ एक बार फेंके तो कितना खाना बर्बाद होगा। यह आंकड़ा हमें सोचने पर मजबूर करता है।

हमारे देश से भूखमरी खत्म नहीं हुई है। आज के दिन में भी लोग भूखे मर रहें हैं। ऐसे में अगर हमें दो वक्त का खाना मिल रहा है, तो हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम एक दाना भी बर्बाद ना करें और दूसरों को भी यही सिखाएं।

इसी बर्बादी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विश्व खाद्य दिवस (World Food Day) मनाया जाता है। खाने की बर्बादी की तरफ यह दिन हम सभी का ध्यान आकर्षित करता है।

हम सब कोशिश करते हैं कि खाना ना फेंके, लेकिन, अक्सर खाना खराब हो जाता है या फिर सब्जियां सड़ जाती हैं। व्यस्त ज़िंदगी के कारण हम ज़्यादा ध्यान भी नहीं दे पाते तो कैसे हम खाना फेंकने से बच सकते हैं? इसका जवाब है ज़ीरो वेस्ट किचन। ज़ीरो वेस्ट किचन ना सिर्फ हमें खाने को फेंकने से रोकेगा बल्कि बचे हुए खाने का सही ढंग से इस्तेमाल करने में भी मदद करेगा।

तो चलिए अब आगे जानते हैं विश्व खाद्य दिवस के बारे में कि आखिर विश्व खाद्य दिवस कब और क्यों मनाया जाता है। इसके साथ ही हम ज़ीरो वेस्ट किचन चलाने के बारे में भी जानेंगे।

विश्व खाद्य दिवस कब मनाया जाता है? (Vishv Khadye Divas kab manaya jata hai?)

हर साल विश्व खाद्य दिवस 16 अक्टूबर को मनाया जाता है। 1945 में संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (FAO) की स्थापना की गई थी। यह दिन इस स्थापना दिवस की याद में मनाया जाता है।

विश्व खाद्य दिवस क्यों मनाया जाता? (Vishv khadye divas kyun manaya jata hai?)

विश्वभर में जो भूखमरी और कुपोषण के खिलाफ लड़ाई चल रही है, इसी को मजबूती देने के लिए विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य है वैश्विक खाद्य सुरक्षा, भूख और कुपोषण के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना, साथ ही यह भी सुनिश्चित करना है कि हर व्यक्ति को पर्याप्त और पौष्टिक खाना मिल सके।

आज भी दुनियाभर में कई लोग भूख से लड़ाई लड़ रहें हैं। भूखमरी की समस्या आज भी कई देशों को बुरी तरह से जकड़े हुए है। इस बात को ध्यान में रखते हुए विश्व खाद्य दिवस हमें जागरूक करता है कि अन्न का एक दाना भी महत्व रखता है।

कैसे चलाएं ज़ीरो वेस्ट किचन? (Kaise chalayein zero waste kitchen?)

करें सही प्लानिंग

कुछ दिनों पहले ऑफिस के काम के कारण मैं काफी सारी सब्जियां एक बार में खरीद लेती थी। इनमें से कुछ बन पाते थे और बाकी फ्रीज में पड़े-पड़े सूख जाते थे। फिर मुझे लगा कि जल्दीबाजी के कारण काफी सब्जियां वेस्ट हो रही हैं। इसके बाद मैं हर संडे को एक लिस्ट बनाने लगी कि मंडे से संडे तक मुझे क्या-क्या बनाना है और फिर उसे लिस्ट को फॉलो करने लगी। इससे मैं वही सब्जियां मंगवाती हूं, जो पूरी तरह इस्तेमाल हो जाएंगी।

आप भी ऐसी ही लिस्ट बनाकर खाने की बर्बादी को बचा सकते हैं और रोज़ यह फैसला लेने के झंझट से बच सकते हैं कि आज खाने में क्या बनेगा।

सही स्टोरेज और प्रिजर्वेशन

अगर प्लानिंग के बाद भी कुछ खाने की चीजें रह जाएं तो आप उन्हें कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। सबसे पहले तो स्टोरज पर अच्छी तरह ध्यान दें। अगर स्टोरज सही होगा तो अनाज, फल, सब्जियां जल्दी खराब नहीं होंगी। फ्रीज़ का तापमान सही तरीके से एडजस्ट करें और अलग-अलग दराज में सब्जियों और फलों को रखें। अनाज और सूख मसाले, ड्राई फ्रूट्स को एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें ताकि वे नमी से खराब ना हों।

अगर फिर भी कुछ फल खराब होने वाले हों तो झटपट उनका जूस बना लें। अनाज में नमी आ गई हो तो धूप दिखा दें। सब्जियां सूख रहीं हों तो उनका अचार या मिक्स वेज बना दें। टमाटर, खीरे आदि खराब हों, इससे पहले उनका सलाद बना दें या फिर उन्हें सैंडविच बनाने में इस्तेमाल कर लें। हर चीज़ का कोई ना कोई जुगाड़ किया जा सकता है, बात बस ध्यान रखने की है।

खाने का दोबारा उपयोग करें

मैं अक्सर लोगों को कहते सुना कि “हम कल का बचा हुआ खाना नहीं खाएंगे”। पहले के ज़माने में पुराने खाने को स्टोर नहीं किया जा सकता था। लेकिन, अब तकनीक की मदद से हम खाने को अच्छी तरह स्टोर कर सकते हैं। रात के बचे चावल का फ्राइड राइस बना सकते हैं। बची हुई सब्जी का वेज रोल, बचे हुए टमाटर की चटनी और कितना कुछ।

हम हर तरह के बचे हुए खाने का कुछ ना कुछ इस्तेमाल कर सकते हैं। कद्दू बचा हो तो उससे सांभर बना लें और दाल बची तो दाल के पराठे। बची हुई रोटी और ब्रेड के आज कल अलग-अलग तरह नूडल्स बनाएं जाते हैं। अगर आपको कुछ समझ नहीं आ रहा हो तो यू ट्यूब पर आसानी से पता कर लें कि आपके घर में बचे हुए खाने से क्या बनाया जा सकता है। इस तरकीब से लगभग हर खाद्य पदार्थ दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है।

किचन स्क्रैप का सही इस्तेमाल

कंपोस्टिंग के बारे में शायद ही हमें ना पता हो। कंपोस्टिंग के लिए अपने घर के वेट वेस्ट का इस्तेमाल करें। आज कल ऑनलाइन कंपोस्टिंग के लिए कई तरह के जार और स्टोरेज आइटम्स मिल रहें हैं। अगर आप ये ना लेना चाहें तो फिर किसी घड़े में भी पत्तों और वेट वेस्ट की मदद से कंपोस्टिंग कर सकते हैं।

वहीं खट्टे फलों से आप घर के लिए क्लीनर बना सकते हैं। यह किसी केमिकल वाले क्लीनर से अधिक असरदार और प्राकृतिक होते हैं।

जागरूकता और शिक्षा

ज़ीरो वेस्ट किचन तभी चल सकता है, जब हम इसके प्रति सजग और जागरूक हों।  जितना अधिक आप जागरूक होंगे, किचन वेस्ट उतना ही कम होगा। अपने परिवार और बच्चों को भी इसके बारे में जानकारी दें और इसके महत्व के बारे में बताएं।  कई एनजीओ भी भोजन की बर्बादी रोकने के लिए काम कर रहे हैं। आप अपने आस-पास के एनजीओ में बचे हुए खाने को डोनेट भी कर सकते हैं।

हम उम्मीद करते हैं यह आर्टिकल आपको ज़ीरो वेस्ट किचन चलाने में मदद करेगा। शुरुआत में लक्ष्य छोटे रखें, एक दिन में ही सब कर लेना संभव नहीं है। छोटे-छोटे फैसलों और आदतों से एक दिन आपका किचन पूरी तरह ज़ीरो वेस्ट बन जाएगा। यह प्रयास ना सिर्फ आपकी मदद करेगा बल्कि पर्यावरण को भी सुरक्षित रखेगा

यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, हमें कमेंट में ज़रूर बताएं। ऐसे ही आर्टिकल पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी पर।

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