स्वयं को इमोशनल डिटॉक्स दें

डिजिटल दुनिया ने हममें से कुछ लोगों के लिए रियल दुनिया से जुड़ना मुश्किल बना दिया है। हमारे गैजेट्स पर मीडिया सोर्सेज की वजह से कंटेंट की कोई कमी नहीं है।

क्या हम हर एक मिनट में अपना फोन, लैपटॉप या कोई अन्य डिवाइस; अलग-अलग मीडिया सोर्सेज से प्राप्त मैसेज पढ़ने के लिए चेक करते हैं? और क्या हम कंज्यूम की जाने वाली उस जानकारी की क्वालिटी को कभी भी चेक करते हैं? या फिर हमारे इंस्ट्रूमेंट पर आने वाली हर चीज़ को सुनते, पढ़ते और देखते हैं? क्या आप इस बात को समझते हैं कि, जिस प्रकार से भोजन शरीर को पोषण देता है, उसी प्रकार से जानकारी/ इनफॉर्मेशन मन को पोषण देती है। इसलिए हम जो भी इनफॉर्मेशन कंज्यूम करते हैं उससे हमारे संकल्प क्रिएट होते हैं। आज हमारा फोन ही नहीं बल्कि, हमारा दिमाग भी इनफॉर्मेशन से भरा पड़ा है। समाचार और मनोरंजन के नाम पर हम हिंसा, घृणा, दूसरों की हंसी उड़ाने वा चालाकी की भावना को कंज्यूम करते हैं इसलिए हमारे विचारों में क्रोध, भय और तनाव की एनर्जी होती है। हम जो भी पढ़ते हैं, देखते हैं और सुनते हैं, वही बन जाते हैं। इसलिए अपने थॉट को शुद्ध और सकारात्मक बनाए रखने के लिए, अपने मन के अंदर ली जाने वाली सभी जानकारियों को फ़िल्टर करने की आवश्यकता है। इसलिए अगली बार कोई भी मैसेज पढ़ने से पहले स्वयं को याद दिलाएं कि, मैं इमोशनल डाइट पर हूं इसलिए मेरे द्वारा कंज्यूम की जाने वाली सभी इंफॉर्मेशन शुद्ध, सकारात्मक और शक्तिशाली है और ये मुझे खुशी, सद्भावना, दयालुता, दूसरों का भला सोचने के भाव से शेयर की जाती है। मैं नकारात्मक संदेशों को बिना पढ़े ही डिलीट कर देता हूँ। मैं अपने मन और बुद्धि को हर समय सकारात्मक और स्वच्छ रखता हूं।

डिजिटल दुनिया ने हममें से कुछ लोगों के लिए रियल दुनिया से जुड़ना मुश्किल बना दिया है। हमारे गैजेट्स पर मीडिया सोर्सेज की वजह से कंटेंट की कोई कमी नहीं है। और उनमें से ज्यादातर मैसेज नकारात्मक कहानियों पर आधारित होते हैं जो हमें लोगों, चीजों और दुनिया के बारे में नकारात्मक राय देते हैं और हमारे दिमाग में नकारात्मकता के स्तर को बढ़ाते हैं। इसके लिए जरूरी है कि, कुछ समय के लिए बैठकर चेक करें कि, आप हर दिन अपनी मीडिया इंफॉर्मेशन को कैसे नियंत्रित करते हैं? जब आप केवल सकारात्मक जानकारी कंज्यूम करते हैं, तो आपके दिमाग में केवल सकारात्मक विचार और भावनाएं पैदा होंगे और इसके चलते आप स्वयं को गपशप, आलोचना और अपमान से बचा पाएंगे क्योंकि, आजकल मनोरंजन के नाम पर या अच्छी जानकारी के नाम पर ये सबकुछ उपलब्ध है। इन जानकारियों में इंटरेस्ट न लेने से, आपके पास समय अधिक होगा जिससे आप ज्यादा प्रोडक्टिव तरीके से काम कर सकेंगे और रिलैक्स्ड रहेंगे। इसलिए ऑनलाइन का आनंद लें, लेकिन ग्रहण की जाने वाली हर जानकारी के बारे में अपनी जागरूकता बनाए रखें।