मेडिटेशन के फायदे

मेडिटेशन से सकारात्मक वातावरण बनाएं

क्या हम कभी यह सोचते हैं कि हमें क्या करना चाहिए ताकि हमारे वाइब्रेशन हर पल वातावरण को शुद्ध करें?

हम सभी आत्मिक ऊर्जा व आत्माएँ हैं जिनमें विचार और भावनाएं होती हैं और हम अपने वातावरण में वाइब्रेशन फैलाते हैं। हमारे वाइब्रेशन की क्वालिटी हमारे विचारों और भावनाओं की क्वालिटी पर निर्भर करती है। हम दिनभर में हजारों विचार क्रिएट करते हैं और हर विचार के साथ एक फीलिंग जुड़ी होती है। इनमें से कुछ विचार और भावनाएं सुंदर, शुद्ध और पॉजिटिव होती हैं जबकि कुछ अशुद्ध, नेगेटिव और व्यर्थ। ये सभी वाइब्रेशन वातावरण में फैलते हैं और दूसरी आत्माओं व प्रकृति को छूते हैं। तो क्या हम कभी यह सोचते हैं कि हमें क्या करना चाहिए ताकि हमारे वाइब्रेशन हर पल वातावरण को शुद्ध करें? आइए पाँच मुख्य स्टेप्स द्वारा जानें –

आत्मा के सात मूल गुण हैं – शांति, आनंद, प्रेम, सुख, पवित्रता, शक्ति और ज्ञान। इन्हीं 7 गुणों से भरपूर विचार क्रिएट करें। ये सर्वोच्च वाइब्रेशन फैलाते हैं जो वातावरण को सशक्त बनाते हैं।

खुद को आत्मा समझें और दूसरों को भी आत्मा के रूप में देखना शुरू करें। जितना ज़्यादा आप ऐसा करेंगे, आपका ऑरा उतना ही सकारात्मकता से भरपूर होगा और आपके वाइब्रेशन वातावरण को पॉजिटिविटी से चार्ज और शुद्ध करेंगे।

अपने हर शब्द और कर्म को स्वच्छ, मधुर और संतोषजनक बनाएं। ऐसा करने से आपकी पॉजिटिव कॉन्शियसनेस की एनर्जी दूसरों की कॉन्शियसनेस को छूती है और वे भी इन गुणों को अपने अंदर अनुभव करते हैं। परिणामस्वरूप, वातावरण इन गुणों से भर जाता है।

हर आत्मा और प्रकृति के प्रति सम्मान का मतलब है; हम ये ध्यान रखें कि हम किसी भी आत्मा या प्रकृति को वह न दें जो उन्हें पसंद नहीं है। वातावरण की अलग-अलग तरीकों से देखभाल करना और उसे आध्यात्मिक रूप से सस्टेन करना बहुत ज़रूरी है।

विश्व परिवर्तन को अपने आध्यात्मिक आत्म-परिवर्तन की यात्रा का एक महत्वपूर्ण भाग बनाना भी बहुत आवश्यक है। साथ ही, मेडिटेशन में परमात्मा द्वारा प्राप्त गुणों को दूसरों को देना और फैलाना चाहिए।

टिप्पणी

टिप्पणी

X

आनंदमय और स्वस्थ जीवन आपसे कुछ ही क्लिक्स दूर है

सकारात्मकता, सुखी जीवन और प्रेरणा के अपने दैनिक फीड के लिए सदस्यता लें।