भारतीय संस्कृति में गुरु को हमेशा सबसे ऊपर रखा गया है। प्राचीन काल में शिष्य गुरुकुल में जाकर शिक्षा प्राप्त करते थे। आज समय बदल चुका है, लेकिन आज भी हमारे जीवन में गुरु की भूमिका बहुत ही खास और जरूरी है। आज के दौर में भले ही हम कुछ पल ठहरकर सोचते नहीं हों, लेकिन हमारी जिंदगी में गुरु यानि मेंटर आज भी उतना ही महत्व रखते हैं।
मां की गोद से निकलकर स्कूल पहुंचने के बाद, गुरु ही हमारी जिंदगी के मार्गदर्शक बनते हैं। वो हमें अच्छी आदतें सिखाते हैं। हमें करियर में क्या करना चाहिए, इसकी सलाह देते हैं। मुश्किल परीक्षा की तैयारी कैसे करनी चाहिए, ये बताते हैं। अच्छे नंबर से पास करने पर आगे क्या करना चाहिए, इसकी जानकारी देते हैं। गुरु भले ही हमारे साथ 24 घंटे नहीं रहते हों, लेकिन हमारे 24 घंटों में गुरु का प्रभाव जरूर रहता है।
आप खुद सोचकर देखिए बचपन के कोई खास टीचर जो आपको हमेशा याद रहते होंगे। कोई गुरु जो आपके पसंदीदा होंगे क्योंकि उन्होनें हर बार आपका साथ दिया। गुरु की विशेषता और महत्व को याद करने के लिए गुरु पूर्णिमा (guru purnima in hindi) मनाई जाती है।
2023 में गुरु पूर्णिमा कब है?
हिंदी महीने के अनुसार आषाढ़ महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। साल 2023 में गुरु पूर्णिमा 3 जुलाई को है।
गुरु पूर्णिमा का महत्व क्या है?
धार्मिक मान्यता है कि गुरु पूर्णिमा के दिन पहली बार मानव जाति को चार वेदों का ज्ञान देने वाले महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था। उन्होनें पहली बार मानव जाति को शिक्षा दी थी, इसीलिए उनकी याद और सम्मान में उनके जन्मदिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। गुरु पूर्णिमा का अर्थ है अपने गुरु की पूर्णिमा के दिन वंदना करना।
आज के दौर में गुरु की भूमिका क्यों है जरूरी?
हम आज 2023 में जी रहें हैं और आज भी हमें गुरू की बेहद जरूरत है। गुरु को सबसे ऊपर इसलिए रखा जाता है क्योंकि वो हमें हमारे माता-पिता की तरह अच्छी परवरिश भी दे सकते हैं, परिवार के लोगों की तरह ख्याल भी रख सकते हैं और एक दोस्त की तरह हमारा साथ भी दे सकते हैं। आइए देखते हैं आज के दौर में एक मेंटर हम सबके लिए क्यों जरूरी है।
गुरु/मेंटर की हमारी जिंदगी में अहम भूमिका:
ज्ञान देते हैं गुरु
ज्ञान, अनुभव और अभ्यास से आता है। गुरु के पास हमसे अधिक ज्ञान, अनुभव होता हैं। उनके साथ हम भी ज्ञान के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं। आप चाहे कुछ नया पढ़ने की कोशिश कर रहें हों या कोई नया बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हों, आपको हमेशा किसी से सलाह लेने की जरूरत पड़ती है। हर वो इंसान जो आपको सही रास्ता दिखाता है, वो आपका गुरु है। जिंदगी के अलग-अलग मोड़ पर आपको अलग-अलग गुरु मिल सकते हैं।
आपकी बेहतरी के लिए मिलता है फीडबैक
आपने कोई खराब पेंटिंग बनाई हो लेकिन आपके घर वाले उसे अच्छा ही कहेंगे। घर में बनी जली रोटी को भी पापा अक्सर टेस्टी बताते हैं। लेकिन, गुरु आपको आपकी गलती बताएंगे और उसे सही करने का तरीका भी। गुरु की तरफ से मिलने वाला फीडबैक, आपको हर दिन और बेहतर बनने में मदद करता है।
आपकी क्षमता को पहचानने की नजर
घर में अक्सर आपको कोई एक काम करने की सलाह हर किसी से मिलेगी। जैसे दसवीं के बाद साइंस लेकर पढ़ाई करने की, बिजनेस शुरू करने के बदले जॉब ढूंढने की या फिर समय से पहले शादी करने की। लेकिन, एक मेंटर आपके अंदर की खूबियों को, आपकी क्षमता को और आपकी काबिलियत को पहचानने में दूसरों से अधिक सक्षम होते हैं। वो आपको प्रेरित करेंगे अपनी एनर्जी को सही जगह इंवेस्ट करने के लिए।
गुरु करते हैं प्रोत्साहित
अक्सर आप जिंदगी में अच्छा करते रहें, इसीलिए गुरु आपकी आलोचना करते हैं। लेकिन, जब वो देखते हैं कि आप हौसला हार रहें हैं तब वो आपको प्रोत्साहित करते हैं। आपको अपनी सफलताओं से रुबरु कराते हैं। आपके अंदर आत्मविश्वास भरते हैं ताकि आप दोगुनी मेहनत से आगे की तैयारी करें, बिना हार मानें या हताश हुए। उनके हौसला अफजाई करने के बाद आपके अंदर भी एक जुनून पैदा होता है जो आपको आगे बढ़ने में मदद करता है।
गुरु महसूस कराते हैं आपको सुरक्षित
हो सकता है असल जिंदगी में गुरु आपकी उंगली पकड़कर हर जगह खड़े न रहें, लेकिन उनके होने मात्र से आपको सुरक्षित महसूस होगा। वो जहां भी होंगे, आपको लगेगा वहां और उस वक्त आपके साथ कुछ गलत नहीं हो सकता है। एक गुरु या मेंटर, हमारी जिंदगी में सुरक्षा कवच की तरह होते हैं, जो हमें हर तरह की परेशानी से दूर रखते हैं।
गुरु न आपके साथ होते हैं न आपके खिलाफ
गुरु निष्पक्ष होते हैं। अगर आप गलत कर रहें हैं तो वो कभी आपके पक्ष में खड़े नहीं रहेंगे। वहीं अगर आपके सामने कोई गलत होता है, तो गुरु उसके पक्ष में भी नहीं होंगे। गुरु, सही और गलत में फर्क, बिना किसी भावनात्मक लगाव के करते हैं। इससे आपको सही रास्ते पर चलने की सीख मिलती है।
लक्ष्य निर्धारित करने में करते हैं मदद
कई बार हम मेहनत तो करते हैं, लेकिन उस मेहनत को किस दिशा में लेकर जाना है, ये हमें पता नहीं होता है। ऐसे में वो गुरु ही होते हैं जो हमें लक्ष्य निर्धारित करने में मदद करते हैं। उनकी मदद से हम अपने गोल को पूरा करने में भी सफल होते हैं।
गुरु आपको भी एक गुरु बनाते हैं
गुरु से आप जो कुछ सीखते हैं, वो कहीं-न-कहीं आप आगे किसी को बता रहे होते हैं। आप जान भी नहीं पाते और आप भी किसी के मेंटर बन चुके होते हैं। ऐसे भी एक गुरु में क्षमता होती है, खुद के जैसे हजार गुरु बनाने की। एक गुरु जब हजारों को सही रास्ता दिखा सकते हैं तो सोचिए हजार गुरु तो करोड़ों को सही रास्ता दिखा सकते हैं। गुरु में यह शक्ति है कि वो पूरी दुनिया को ज्ञान के रास्ते पर ले जाए।
गुरु पूर्णिमा 2023 के अवसर पर आपने जाना, आज के समय में एक गुरु या एक मेंटर की हमारी जिंदगी कितनी अहम भूमिका है। ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी पर।