‘वासुदेवाय कुटुंबकम’ यानी ‘विश्व एक परिवार है’, यह पंक्ति भारत की अलग-अलग संस्कृतियों में पनपी एकता को दिखाती है। भारत में अलग-अलग धर्मों, संस्कृयों और वर्गों के लोग रहते हैं, और यहां हर त्योहार को बिना किसी भेदभाव के खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
क्रिसमस भी ऐसा ही एक त्योहार है, जो अब केवल ईसाई समुदाय तक सीमित नहीं रहा, बल्कि हर समुदाय के लोग इसे खुशी से मनाते हैं। भारत के कई शहरों में क्रिसमस का जश्न देखने लायक होता है। इन शहरों की क्रिसमस की धूम यह साबित करती है कि भारत में हर त्योहार सबका होता है।
यदि आपको भी मौका मिले, तो इन जगहों पर जाकर वहां की रौनक और जश्न का हिस्सा ज़रूर बनें। ईसाई अनुयायी पूरा घर सजाकर, प्रभु ईशु का जन्मदिन मनाते हैं। क्रिसमस भारत के बहुत से शहरों में मनाया जाता है, आइए जानते हैं इन खास शहरों के बारे में और उनकी क्रिसमस सेलिब्रेशन की कहानी।
कब है क्रिसमस डे? (Kab hai Christmas day?)
क्रिसमस डे हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है।
क्रिसमस कैसे मनाया जाता है? (Christmas kaise manaya jata hai?)
क्रिसमस, ईसाईओं के गुरु ईसा मसीह के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है। लोग गिरजाघर में प्रार्थना करते हैं, घरों को रौशनी से सजाते हैं, और एक-दूसरे को तोहफे देते हैं। सांता क्लॉज बच्चों को गिफ्ट देते हैं, और परिवार और दोस्तों के साथ खास डिनर नाईट का आनंद लिया जाता है। लोग अपने घरों में तरह-तरह के पकवान और खासतौर पर फ्रूट केक बनाते हैं। जिसका लुत्फ वे खुद भी उठाते हैं और लोगों को भी चखाते हैं।
लोग क्रिसमस कैरल्स यानी क्रिसमस के लिए बनाये गये खुशी के गीत गाते हैं और एक-दूसरे के साथ खुशियां (Happiness) बांटते हैं। इस दिन दान-पुण्य और परोपकार का भी महत्व है। यह त्योहार प्रेम, शांति और मिलकर रहने का संदेश देता है और सभी को खुशियों के संग जोड़ता है।
भारत के इन 5 शहरों में दिखती है क्रिसमस की धूम, जानें कहानी (Bharat ke in 5 shaharon mein dikhti hai Christmas ki dhoom, janein kahani)
क्रिसमस दिसंबर की ठण्ड में आने का एक खास त्यौहार है, जिसको सिर्फ विदेशों में या ईसाई धर्म को मानने वाले लोग ही नहीं मानते बल्कि भारत के बहुत से शहर भी मानते हैं। लेकिन भारत के कुछ खास शहरों में क्रिसमस को धूम-धाम और उल्लास के साथ मनाया जाता है। आइए इन शहरों के बारे में जानते हैं।
गोवा (Goa)
गोवा में क्रिसमस का माहौल पूरी तरह से अलग ही होता है। चर्चों की सजावट, कैरल गाना और आधी रात की प्रार्थना यानी मिडनाइट मास की रौनक यहां की पहचान है। यहां रहने वाले क्रिसचन और नॉन क्रिसचन सभी मिलकर यहां ये त्यौहार मनाते हैं। ऐतिहासिक चर्च और समुद्र किनारे पार्टी का मज़ा लेने लोग दूर शहर से आते हैं ताकि यहां क्रिसमस मना पाएं। यहां तक की दूसरे देशों से भी लोग गोवा में क्रिसमस मनाने के लिए आते हैं।
केरल (Kerala)
केरल में क्रिसमस धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव का प्रतीक है। केरल के कोच्चि में सांता के रूप में सजे लोग, लाइट्स की जगमगाहट, और पारंपरिक खाना इसे खास बनाते हैं। कई परिवार और समुदाय इस दिन को एक साथ मिलकर मनाते हैं।
शिलांग (Shillong)
आपको ये सुनकर बड़ी हैरानी होगी कि पूर्वोत्तर भारत का यह खूबसूरत शहर क्रिसमस के दौरान और भी चमक उठता है। यहां के लोग अपने यहां के पारम्परिक कपड़ों में चर्च जाते हैं और पूरे शहर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहती है।
मुम्बई (Mumbai)
मुम्बई की बांद्रा और चर्चगेट की गलियां क्रिसमस पर बेहद खूबसूरत लगती हैं। यहां मॉल्स और चर्च के क्रिसमस की रौनक में चार चांद लगाते हैं। इस शहर के कई भाग में आपको क्रिसमस की धूम देखने को मिल जाएगी।
बैंगलोर (Bangalore)
बैंगलोर का क्रिसमस कर्नाटक की सांस्कृतिक झलक दिखाता है। यहां के चर्च और बाजार रंगीन सजावट से भर जाते हैं। लोग खूब खरीदारी के साथ क्रिसमस की मज़ेदार शाम गुज़ारते हैं। यहां के बड़े मॉल्स क्रिसमस के आने से पहले ही क्रिसमस की सजावट में रंग जाते हैं। यह रंगीन सजावट नए साल तक देखने को मिलती है।
आपके शहर में क्रिसमस की धूम रहती है या नहीं हमें कमेंट में ज़रूर बताएं। ऐसे ही आर्टिकल पढ़ते रहें सोलवेदा हिंदी पर।