एक तरफा प्यार

एक तरफा प्यार से कैसे बाहर निकलें?

किसी के प्यार में पड़ने के बाद की पहली ख्वाहिश होती है, साथी को अपने दिल का हाल सुनना और बदले में उनसे अपने लिए वही सब सुनना जो हम उनके लिए महसूस करते हैं।

प्यार एक खूबसूरत जादू की तरह होता है। सब कुछ अच्छा और सुकून भरा लगता है। मन में जिसे हम चाहते हैं उसकी तस्वीर घूमती रहती है, और हम अनजाने में ही मुस्कुराते रहते हैं। प्यार में साथी की हर ज़रूरत हमारी ज़रूरत हो जाती है और उसकी ज़िंदगी का असर हमारी ज़िंदगी पर पड़ता है।

प्यार का ये एहसास सिर्फ इतने पर ही खत्म नहीं होता। किसी के प्यार में पड़ने के बाद की पहली ख्वाहिश होती है, साथी को अपने दिल का हाल सुनना और बदले में उनसे अपने लिए वही सब सुनना जो हम उनके लिए महसूस करते हैं। लेकिन, दिल को गुदगुदा देने वाला ये एहसास हमारे लिए तब खतरनाक हो जाता है, जब जिसे हम अपना सब कुछ मानने लगे हैं, वो हमारे बारे में सोचना तो दूर हमें याद भी नहीं करता। यानी हमारा प्यार तो एक तरफा है, और तब प्यार का जादू एक दर्द बन जाता है। एक तरफा प्यार का दर्द और तकलीफ हमें शरीर और मानसिक तौर पर प्रभावित करता है। ऐसे में किसी के लिए भी एक तरफा प्यार से बाहर निकलना ज़रूरी हो जाता है।

आइये हम सोयलवेदा पर जानते हैं एक तरफा प्यार से बाहर निकालने के रास्ते।

जानें, एक तरफा प्यार क्या होता है? (Jaanein ek tarfa pyar kya hota hai?)

एक तरफा प्यार का मतलब है जब किसी व्यक्ति को किसी से दूसरे से प्यार होता है, लेकिन सामने वाला व्यक्ति उसी तरह की भावनाओं को नहीं रखता, और उसके लिए प्यार महसूस नहीं कर पाता। इसमें केवल एक व्यक्ति ही प्यार और जुड़ाव महसूस करता है, जबकि दूसरा व्यक्ति उसके प्यार से प्यार महसूस नहीं करता, तब अक्सर ऐसी स्थिति व्यक्ति के लिए बहुत मुश्किल और दर्द-भरी हो सकता है क्योंकि उसे वह प्यार और जवाब नहीं मिलता, जिसकी उसे उम्मीद होती है। जैसे- मेरी एक दोस्त जो अपने ही एक यंग प्रोफेसर से प्यार करने लगी थी। हर रोज़ वो अपने प्यार के लिए सीरियस होती गयी और उसे उम्मीद थी कि प्रोफेसर भी उसे प्यार करते है। लेकिन, जब उसनें एक दिन प्रोफेसर को अपने प्यार का इज़हार किया तो उन्होंने उसे डांट दिया और जिससे वो बहुत आहत हुई। मेरी दोस्त का प्यार एक तरफा था जिससे निकल जाना उसके लिए बहुत ज़रूरी था। हम सबके समझाने पर वो समझ गयी और धीरे-धीरे एक तरफा प्यार से बाहर निकल गयी। उम्मीद है आप समझ गये होंगे कि एक तरफा प्यार क्या होता है और इस दर्द से निकलना कितना ज़रूरी होता है।

एक तरफा प्यार से बाहर निकलने के तरीके (Ek tarfa pyar se bahar nikalne ke tareeke)

प्यार में नाकामी या एक तरफा प्यार से बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है, लेकिन निकलना ज़रूरी होता है। अगर आपके लिए भी एक तरफा प्यार से निकल पाना मुश्किल हो रहा है, तो नीचे दिए तरीके आपकी मदद कर सकते हैं।

सच्चाई स्वीकारें

सबसे पहले, यह समझें कि सामने वाला व्यक्ति आपके प्यार का जवाब नहीं दे सकता। इस सच्चाई को स्वीकार करना ही एक तरफा प्यार से बाहर निकालने का पहला कदम है, क्योंकि ये भावनाएं हमारे बस में नहीं होतीं।

उसके बारे में न सोचें

अपना ध्यान उस व्यक्ति से हटाकर नई गतिविधियों में लगाना ज़रूरी है, जैसे कि नई हॉबी, दोस्तों के साथ समय बिताना, या कुछ नया सीखना। इससे आपके मन में बदलाव आएगा, और आप उसके बारे में सोचने से बचेंगे।

दोस्तों से बात करें

अपनी भावनाओं को लिखें, किसी दोस्त से बात करें या किसी विश्वसनीय व्यक्ति से अपनी तकलीफ साझा करें। घूमें, हंसे और खुश (Happiness) रहने की कोशिश करें, इससे दिल हल्का महसूस होगा।

सकारात्मक सोचें

एक तरफा प्यार से बाहर निकलने का वक्त किसी के लिए भी एक नई शुरुआत हो सकता है। खुद को याद दिलाएं कि आपके लिए एक सही व्यक्ति कहीं और इंतज़ार कर रहा है।

खुद को समय दें

किसी भी गहरे रिश्ते को भूलने के लिए वक्त लगता है। खुद पर दबाव न डालें, ऐसा नहीं होगा कि आप अचानक उसे प्यार करना छोड़ देंगे। इसलिए, धीरे-धीरे ही सही, पर यह आप इस भावना को भूल जायेंगे।

थेरेपिस्ट के पास जाएं

अगर आपको लगता है कि अकेले बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है, तो किसी काउंसलर या थेरेपिस्ट से मदद लेना भी अच्छा विकल्प हो सकता है।

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