क्या पौष्टिक और अच्छा खाना डिप्रेशन और स्ट्रेस कर सकता है दूर?

पौष्टिक भोजन से दिमाग के न्यूरोट्रांसमीटर अच्छे से काम करते हैं, जिससे भावनात्मक स्थिरता बनी रहती है। अच्छा खाना मानसिक थकान को कम करता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है।

क्या आपने कभी नोटिस किया है कि पूरे दिन काम की झुंझलाहट के बाद, अगर घर पर शाम की थाली में हमें हमारी इच्छा का खाना मिल जाए, तो हमारा सारा खराब मूड चुटकियों में सही हो जाता है। जब थोड़ी देर में ही पौष्टिक भोजन हमारे मूड पर इतना असर करता है तो सोचिए, हमेशा पौष्टिक और अच्छा खाना खाने से हमारे दिमाग पर कितने अच्छे प्रभाव पड़ते होंगे। हम जो भी खाते हैं उसका सीधा असर हमारे दिमाग के ऊपर होता है। हमारे आहार में मौजूद पोषक तत्व हमारे दिमाग के विकास को बढ़ावा देते हैं और मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखते हैं। 

आज-कल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हर कोई अपनी-अपनी परेशानियों में उलझा है। ऐसे में डिप्रेशन और स्ट्रेस हमारे दिमाग को चारों तरफ से घेर लेते हैं, और तब हमें इन समस्याओं से छूटकारा पाने के लिए अगल-अलग चीज़ों का सहारा लेना पड़ता है। पौष्टिक आहार भी उन्हीं में से एक है। पौष्टिक खाना हमारे मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रख सकता है और उसे बेहतर बना सकता है। 

तो आइये सोलवेदा के साथ जानते हैं कि हम पौष्टिक और अच्छा खाना खाकर, डिप्रेशन और स्ट्रेस को कैसे दूर रख सकते हैं।

डिप्रेशन और तनाव से बचाएगा पौष्टिक भोजन (Depression aur tanav se bachayega paushtik bhojan)

आज तक आप सुनते आये होंगे कि ‘दिल का रास्ता पेट से होकर जाता है’, पर मैं इस कहावत में थोड़ा सा बदलाव करके कहना चाहूंगी कि ’दिमाग को स्वस्थ रखने का रास्ता भी पेट से होकर ही जाता है’।

ज़िंदगी में तनाव और डिप्रेशन से बचने के लिए पौष्टिक भोजन बहुत ज़रूरी है। सही आहार दिमाग की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है और मानसिक समस्याओं को कम करने में भी सहायक होता है। 

खासतौर पर, ऐसे पौष्टिक भोजन जिनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन डी, मैग्नीशियम, और विटामिन बी प्रचुर मात्रा में होते हैं, वो मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। पौष्टिक भोजन से दिमाग के न्यूरोट्रांसमीटर अच्छे से काम करते हैं, जिससे भावनात्मक स्थिरता बनी रहती है। अच्छा खाना मानसिक थकान को कम करता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है। यही नहीं बल्कि संतुलित और पौष्टिक भोजन से शरीर को शक्ति मिलती है, जिससे शरीर को तनाव और डिप्रेशन को मैनेज करने में मदद मिलती है। 

पौष्टिक भोजन के मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव (Paushtik bhojan ke mansik swasthya par sakaratmak prabhav)

संतुलित और पौष्टिक भोजन से मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ते हैं। साथ ही, डिप्रेशन और स्ट्रेस को दूर रखने के लिए भी पौष्टिक खाना बहुत फायदेमंद है। आइए जानते हैं आखिर पौष्टिक भोजन कैसे हमारे मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखकर उसे बेहतर बनाता है। 

तनाव और चिंता को करता है दूर

खाने में मौजूद पोषण तत्व, जैसे- मैग्नीशियम, विटामिन डी और ओमेगा-3 तनाव पैदा करने वाले हार्मोन को नियंत्रित करते हैं, जिससे चिंता और तनाव कम महसूस होता है। 

बढ़ाता है भावनात्मक मजबूती 

सही मात्रा में प्रोटीन, विटामिन B और फाइबर से भरा पौष्टिक भोजन खाने से न्यूरोट्रांसमीटर, जैसे- सेरोटोनिन और डोपामिन हैप्पी हार्मोन्स बढ़ते हैं, जो सकारात्मक भावनाओं को बढ़ावा देते हैं और डिप्रेशन से लड़ने में मदद करते हैं।

दिमाग को बनाता है तेज

ड्राई-फ्रूट्स खाने से हमारा दिमाग तेज़ होता है। सोचने-समझने की शक्ति बढ़ती है, और हम शार्प माइंडेड बनते हैं।

देता है आत्म-संतुष्टि का एहसास

जंक फूड खाकर भले ही हम थोड़ी देर के लिए खुश हो जाएं, लेकिन बाद में हम गिल्ट में रहते हैं। लेकिन, जब हम हमेशा पौष्टिक भोजन खाते हैं तो हमारा मन संतुष्ट और खुश रहता है। 

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