आलिंगन दिवस

एक जादू की झप्पी शरीर में लाती है 5 पॉजिटिव बदलाव?

आलिंगन दिवस सुरक्षा और साथ की भावना को दर्शाने के लिए मनाया जाता है, जो तब होती है जब हम दूसरों की बांहों में होते हैं। यह दिन लोगों को बिना किसी शर्म और झिझक के अपनों से गले लगना सिखाता है।

गले लगना दुनिया के सबसे खूबसूरत अनुभवों में से एक है। जब कोई बच्चा रोता है, मां झट से उसे अपने सीने से चिपका लेती है और बच्चा कुछ ही पलो में शांत हो जाता है। ऐसा सिर्फ बच्चे के साथ ही नहीं होता बल्कि हर उम्र के व्यक्ति को गले लगने की ज़रूरत होती है। गले लगना एक आत्मीय सुरक्षा की भावना पैदा करता है और हमारे दिल और दिमाग को शांत करता है।

गले लगने के संबंध में मैंने बहुत पहले कहीं पढ़ा था कि गले लगने पर हमें एक-दूसरे की धड़कनें सुनाई देती हैं, और इन धड़कनों की आवाज़ में हमें आराम देने की ताकत होती है। गले लगने पर एक-दूसरे की धड़कनें हमें इसलिए रिलैक्स करती हैं क्योंकि जब हम मां के पेट में सुरक्षित थे, तब सिर्फ मां की धड़कनें ही थीं, जिन्हें सुनकर हम आराम महसूस करते थे। इसलिए गले लगने का सीधा संबंध हमारी उस अवस्था से है जब हम एक भ्रूण थे, और मां के पेट में सुरक्षित जीवन जी रहे थे।

गले लगना हमें यह महसूस करने में मदद करता है कि हम अपनों से कितना प्यार करते हैं, उनकी कितनी परवाह करते हैं। गले लगने से कभी मत शर्माएं और अगर आपको लगता है कि आपको भी गले लगने की ज़रूरत है तो बेझिझक अपनों से गले लगने के लिए पूछिए।

आलिंगन या गले लगना इतना खास है कि इसके लिए एक दिन मनाया जाता है, जिसे हम आलिंगन दिवस कहते हैं। तो चलिए इस आलिंगन दिवस पर जानते हैं कि कैसे एक जादू की झप्पी हमारे शरीर में बहुत से पॉजिटिव बदलाव लेकर आती है?

कब है आलिंगन दिवस? (Kab hai Share a Hug Day?)

गले लगने का दिन या आलिंगन दिवस हर साल 30 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन का जश्न मनाने के लिए अपनों के गले लगें और उन्हें भी अपनी बांहों में जगह दें।

गले लगने का दिवस क्यों मनाया जाता है? (Gale lagne ka divas kyun manaya jata hai?)

आलिंगन दिवस सुरक्षा और साथ की भावना को दर्शाने के लिए मनाया जाता है, जो तब होती है जब हम दूसरों की बांहों में होते हैं। यह दिन लोगों को बिना किसी शर्म और झिझक के अपनों से गले लगना सिखाता है। कई लोग गले लगने में शर्माते हैं। हमें इस शर्म को पीछे छोड़कर अपनों के गले लगना चाहिए।

आलिंगन दिवस की शुरूआत कैसे हुई? (Aalingan Divas ki shuruaat kaise hui?)

आलिंगन दिवस की शुरुआत एक रात के हादसे से हुई थी। माइक ब्रुन्ड्रिट एक बार जब अपने परिवार के साथ छुट्टियां बिता कर लौट रहे थे, तब माइक ब्रुन्ड्रिट ने एक भयानक ऑटो दुर्घटना में अपनी पत्नी और बड़े बेटे को खो दिया।

अपने प्यार और बेटे को खोने से वह बुरी तरह टूट गये। हादसे के एक साल बाद 30 जुलाई 2018 में माइक ब्रुन्ड्रिट ने नकारात्मकता को सकारात्मकता में बदलने के लिए अपने परिवार की सबसे महत्वपूर्ण परंपराओं में से एक को दुनिया के साथ साझा करने का फैसला किया, जो कि बार-बार और बिना किसी हिचकिचाहट के गले लगाना और गले मिलना था।

उन्होंने इस संदेश के साथ एक पोस्ट शेयर किया और कुछ ही दिनों में उनका यह संदेश दुनिया के बहुत से हिस्सों में फैल गया।‌ संवाददाताओं ने उनसे संपर्क किया और फिर आलिंगन दिवस को एक खास दिन की तरह मनाया जाने लगा। 

गले लगने से होंगे 5 पॉजिटिव बदलाव (Gale lagne se honge 5 positive badlaav)

हम सब अंदर ही अंदर जाने कितने दुखों से जुझते रहते हैं। हमें इस बात का अंदाज़ा भी नहीं होता कि हम किसी के गले लग कर, अपनी बहुत सी परेशानियों को कम कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं हम कैसे सिर्फ गले लगकर अपने अंदर पॉजिटिव बदलाव कर सकते हैं।

जादू की झप्पी करती है तनाव कम 

गले लगने से शरीर में बहुत से पॉजिटिव बदलाव होते हैं। गले लगने से एंडोर्फिन का स्राव बढ़ता है और तनाव कम होता है। एंडोर्फिन एक हैप्पी हार्मोन है, जिससे खुशी महसूस होती है।

गले लगने से दयालुता आएगी 

जो लोग अक्सर गले मिलते हैं, उनमें दया की भावना और नम्रता बढ़ जाती है। फिर वे हर किसी के प्रति दया और सहानुभूति ज़्यादा रखने लगते हैं।

हग करने से मिलती है भावनात्मक मजबूती 

आलिंगन व्यक्ति को सुरक्षित और शक्तिशाली महसूस कराता है। इससे भावनात्मक मजबूती आती है। यह हमारे अकेपन को दूर करता है, जिससे हम उन परिस्थितियों का सामना पूरी हिम्मत और जज़्बे से करते हैं, जो किसी और के लिए बहुत ही ज़्यादा तनावपूर्ण हो सकती हैं।

आलिंगन बढ़ाता है पॉजिटिविटी

गले लगने से मूड अच्छा होता है। चीज़ों को सकारात्मक रूप से देखने का नज़रिया मिलता है। हम छोटी-छोटी बातों पर परेशान नहीं होते।

गले लगने का दिल से कनेक्शन

गले लगने से दिल की बीमारियों से आराम मिलता है। गले लगना हमारे दिल को मजबूती देता है। हाई और लो ब्लड प्रेशर की बीमारियों को भी कम करता है।

यकीन मानिए, गले लगने से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य (Wellbeing) पर बहुत से पॉजिटिव प्रभाव पड़ते हैं। तो चलिए फिर जब गले लगने के इतने ही फायदे हैं तो क्यों न इस आलिंगन दिवस से ही गले लगने और लगाने की शुरुआत करते हैं।

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